सुप्रीम कोर्ट ने NEET काउंसलिंग पर रोक लगाने से फिर एक बार मना कर दिया है। शुक्रवार (21 जून) को एक स्टूडेंट ने याचिका लगाई। उसका कहना था कि 773 कैंडिडेट्स बिना ग्रेस मार्क्स पाए फेल हो गए हैं। ऐसे में पूरी परीक्षा रद्द करके दोबारा से परीक्षा कराई जाए। वहीं 8 जुलाई को केस पर सुनवाई होनी है, ऐसे में 6 जुलाई से शुरू हो रही काउंसलिंग को भी 2 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया जाए।
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से साफ-साफ इनकार कर दिया। लेकिन, रीएग्जाम की मांग के संबंध में NTA से 2 हफ्तों में जवाब दाखिल करने को कहा है।
NTA ने 5 मई को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) या नीट-यूजी (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) आयोजित का आयोजन किया था जिसका परिणाम 4 जून को घोषित हुआ था। इस परीक्षा में करीब 24 लाख छात्र शामिल हुए थे। वहीं यह परीक्षा, प्रश्नपत्र लीक और कई नियमों के उल्लंघन के कारण सुर्खियों में बनी हुई है।
NTA के इतिहास में आश्चर्यजनक रूप से 67 छात्रों ने अखिल भारतीय रैंक 1 प्राप्त किया था। तब से, पेपर लीक और ग्रेस मार्क्स के वितरण की खबरों के बीच परीक्षा की महत्वता को लेकर लोगों में चिंताएं बनी हुई हैं।
परिणाम घोषित होने के बाद, NEET प्रश्नपत्र लीक को लेकर भारत गणराज्य के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन होने शुरू हो गए और विद्यार्थियों ने उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की।
वहीं पुलिस ने इस मामले में अभी तक अनुराग यादव, नीतीश कुमार, अमित आनंद और सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि अनुराग यादव ने नीट परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है।
NEET घोटाले में शामिल सभी लोग इच्छुक उम्मीदवार रहे हैं, सिवाय सिकंदर यादवेंदु के, जो बिहार के दानापुर नगर परिषद में इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं और अनुराग यादव के चाचा हैं।