उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए एक शानदार खुशखबरी है। योगी सरकार ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन की शुरुआत की है। यह मिशन कौशल विकास, भाषा प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय रोजगार के अवसरों पर केंद्रित होगा।
उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन: एक नजर
युवाओं के लिए कौशल विकास और भाषा प्रशिक्षण, इस मिशन के तहत युवाओं को न केवल अंग्रेजी बल्कि उन देशों की भाषाओं में भी प्रशिक्षित किया जाएगा, जहां उन्हें रोजगार मिल सकता है।
विदेशों में रोजगार के अवसर
इज़राइल, जर्मनी, जापान, क्रोएशिया और यूएई जैसे देशों में युवाओं को रोजगार दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
टीसीएस के साथ करार
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) के सहयोग से युवाओं को 3,000 से अधिक कंपनियों में नौकरी के अवसर दिए जाएंगे।
नर्सों और तकनीकी कर्मचारियों के लिए खास पहल
विदेशों में नर्सों, निर्माण कार्यकर्ताओं, आईटी विशेषज्ञों और अन्य तकनीकी पेशेवरों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।
इज़राइल और हमास के युद्ध में क्षतिग्रस्त इमारतों के पुनर्निर्माण के लिए पिछले साल उत्तर प्रदेश के 5,600 युवाओं को इज़राइल भेजा गया था। अब यह मिशन अन्य देशों में भी रोजगार के अवसर तलाशने के लिए सक्रिय हो गया है।
उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के तहत सभी विभागों को एकजुट किया जाएगा। श्रम एवं सेवायोजन विभाग को नोडल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रमुख सचिव, जिलाधिकारी और नामित अधिकारियों को इस मिशन में शामिल किया जाएगा।
योगी सरकार का यह मिशन न केवल रोजगार उपलब्ध कराने तक सीमित है, बल्कि युवाओं को रोजगार के लिए पूरी तरह तैयार करने पर जोर देगा। इसमें शामिल होंगे।कौशल विकास के कोर्स,भाषा प्रशिक्षण,ऑनलाइन मार्गदर्शन।
रोजगार मिशन की प्रासंगिकता और भविष्य की योजनाएं
36 लाख से अधिक युवा वर्तमान में रोजगार के लिए पंजीकृत हैं। रोजगार मिशन के तहत सभी विभाग मिलकर नए-नए अवसर पैदा करने की दिशा में काम करेंगे।
श्रम मंत्री अनिल राजभर ने बताया कि युवाओं को हरसंभव मदद दी जाएगी ताकि वे आसानी से विदेशों में रोजगार प्राप्त कर सकें। उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है, जो उन्हें न केवल प्रदेश में, बल्कि विदेशों में भी बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगा।