वाराणसी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र, 2025 में कई ऐतिहासिक परियोजनाओं का गवाह बनेगा। काशी को देश का पहला रोपवे, गंजारी में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, और सातवीं वंदे भारत ट्रेन जैसी सौगातें मिलेंगी। साथ ही, काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और अधिक सशक्त किया जाएगा।
रोपवे परियोजना: मई 2025 तक काशी में देश का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे शुरू होगा। यह 3.75 किमी लंबा होगा और 16 मिनट में कैंट रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक की दूरी तय करेगा। रोपवे में 153 ट्रॉलियां चलेंगी और यह कैंट रेलवे स्टेशन के दूसरे प्रवेश द्वार को भी विस्तार देगा।
गंजारी में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण
स्टेडियम की खासियत: यह देश का पहला स्टेडियम होगा, जिसमें काशी और बाबा विश्वनाथ की झलक देखने को मिलेगी।
क्षमता: 30,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता के साथ, इसे 451 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर बेलपत्रों की डिजाइन और काशी की संस्कृति का अनूठा संगम दिखेगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
पांडेयपुर में मेडिकल कॉलेज: 400 बेड का मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा।
सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक: कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में शुरू होगा।
आईएमएस बीएचयू में क्रिटिकल केयर यूनिट: बुजुर्गों के लिए नेशनल जीरियाट्रिक सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।
डायलिसिस की सुविधा: शहर के दो स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त सेवा शुरू होगी।
रेल परिवहन में नई पहल
सातवीं वंदे भारत ट्रेन: मेरठ-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन को वाराणसी से जोड़ा जाएगा। यह वाराणसी की सातवीं वंदे भारत ट्रेन होगी।
महामना एक्सप्रेस: रोहतक, नई दिल्ली और वाराणसी को जोड़ने के लिए महामना एक्सप्रेस का विस्तार होगा।
नए प्लेटफार्म: कैंट स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या 10 और 11 पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
पर्यटन और परिवहन को मिलेगा नया आयाम
रेल-रोड ब्रिज: राजघाट पर 2642 करोड़ की लागत से नया ब्रिज बनेगा। इसमें सिक्स लेन सड़क और चार लेन का रेलवे ट्रैक होगा। बाबा विश्वनाथ मंदिर और माता अन्नपूर्णा मंदिर का शिखर स्वर्णमंडित होगा।