1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. गोमती नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए नया कदम, पूर्व सैनिकों की सब-टास्क फोर्स संभालेंगे मोर्चा

गोमती नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए नया कदम, पूर्व सैनिकों की सब-टास्क फोर्स संभालेंगे मोर्चा

गोमती नदी के पुनर्जीवित करने के लिए एक नया और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। टेरीटोरियल आर्मी (टीए) की गंगा टास्क फोर्स (जीटीएफ) बटालियन ने गुरुवार को लखनऊ कैंट में एक नई सब-टास्क फोर्स कंपनी की स्थापना की, जो गोमती नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन पर कार्य करेगी।

By: Rekha  RNI News Network
Updated:
गोमती नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए नया कदम, पूर्व सैनिकों की सब-टास्क फोर्स संभालेंगे मोर्चा

लखनऊ: गोमती नदी के पुनर्जीवित करने के लिए एक नया और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। टेरीटोरियल आर्मी (टीए) की गंगा टास्क फोर्स (जीटीएफ) बटालियन ने गुरुवार को लखनऊ कैंट में एक नई सब-टास्क फोर्स कंपनी की स्थापना की, जो गोमती नदी के संरक्षण और पुनर्जीवन पर कार्य करेगी। इस पहल का उद्घाटन ब्रिगेडियर चिन्मय मधवाल, वीएसएम, कमांडर टीए ग्रुप मुख्यालय, मध्य कमान ने किया। इस दौरान पलाश के पेड़ का रोपण भी किया गया और टास्क फोर्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अरविंद प्रसाद एस को प्रतीकात्मक ध्वज सौंपा गया।

सैन्य और नागरिकों का समर्थन

कार्यक्रम में विभिन्न सैन्य और नागरिक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के प्रोफेसर (डॉ) वेंकटेश दत्ता ने इस अवसर पर विश्वास व्यक्त किया कि नवगठित टास्क फोर्स गोमती नदी के पुनर्जीवित करने में अहम योगदान देगी।

पूर्व सैनिकों का योगदान

नवगठित कंपनी जल शक्ति मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत कार्य करेगी, जिसे वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार, इस टास्क फोर्स में मुख्य रूप से पूर्व सैनिकों को शामिल किया जाएगा। इन सैनिकों की जिम्मेदारी में प्रदूषण निगरानी, नदी घाटों और संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त, जन जागरूकता अभियान और नदी तट स्थिरीकरण शामिल होगा।

मिशन गोमती नदी के पुनर्जीवित करने का योगदान

यह टास्क फोर्स भारतीय सेना की भूमिका को और भी मजबूत करेगी और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देगी। गोमती नदी की स्थिति को सुधारने और उसे पुनर्जीवित करने के इस मिशन से राज्य और नागरिकों के बीच जागरूकता बढ़ेगी, और प्रदूषण नियंत्रण में भी सफलता मिल सकेगी।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...