यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार परीक्षाओं में नकल रोकने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई नई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। इनमें सबसे अहम व्यवस्था कॉपियों के हर पेज पर क्रमांक और बारकोड का इस्तेमाल है।
यूपी बोर्ड ने पहली बार परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं में ऐसी तकनीक अपनाई है, जिससे छेड़छाड़ या गड़बड़ी की संभावना न के बराबर हो। कॉपियों के हर पेज पर नीचे की तरफ क्रमांक अंकित होगा, जिससे पन्नों को फाड़ने या बदलने पर तुरंत पता चल जाएगा। इसके साथ ही, अंतिम पेज पर बारकोड होगा, जिससे उत्तर पुस्तिका की सुरक्षा और भी पुख्ता होगी।
इस बार उत्तर पुस्तिकाओं को स्टेपलर के बजाय धागे से सिलकर भेजा गया है। इससे पन्नों को जोड़ने या निकालने जैसी किसी भी गड़बड़ी की संभावना समाप्त हो जाएगी। परीक्षा के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम काफी अहम माना जा रहा है।
यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं को अलग-अलग रंगों में तैयार किया है।
हाईस्कूल:
इंटरमीडिएट:
इसके अलावा, कॉपियों के कवर और अंतिम पेज पर माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश का लोगो और सिक्योरिटी कोड भी अंकित है।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी 2025 से शुरू होंगी। परीक्षा की तैयारियों के तहत उत्तर पुस्तिकाओं की पहली खेप जिले के संग्रहण केंद्रों पर पहुंच चुकी है।
कॉपियों के हर पेज पर 20 लाइनों का प्रावधान होगा और परीक्षा तिथि व रोल नंबर लिखने के लिए अलग से स्थान दिए गए हैं।
इस बार नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए यूपी बोर्ड ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है। हर स्तर पर पारदर्शिता बनाए रखने और गड़बड़ी रोकने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। कॉपियों की इस नई व्यवस्था से परीक्षा प्रणाली में सुधार और विश्वसनीयता बढ़ने की उम्मीद है।