नोएडा प्राधिकरण के CEO लोकेश एम ने सेक्टर-104, 105, 110, गेझा, भंगेल और भंगेल रोड का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था और निर्माण कार्यों की हकीकत जानी। निरीक्षण के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ हुई बैठक में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की गई। कार्रवाई के तहत न केवल आर्थिक दंड लगाया गया, बल्कि दो कर्मचारियों को निलंबित और एक का वेतन रोका गया।
सफाई में लापरवाही: कंपनी पर जुर्माना, अधिकारी सस्पेंड
निरीक्षण के दौरान भंगेल, सलारपुर और यथार्थ अस्पताल के पास स्थित मुख्य नाले में फ्लोटिंग कचरा और सिल्ट पाया गया। सफाई न होने के चलते अर्मित कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं सलारपुर में C&D वेस्ट मिलने पर उसे हटाने का निर्देश दिया गया।
जन स्वास्थ्य विभाग के सर्किल-8 में कचरा और ओवरफ्लो नालियां मिलने पर सुपरवाइजर श्यामबीर और स्वास्थ्य निरीक्षक राकेश कुमार भाटी को निलंबित कर दिया गया, जबकि सहायक परियोजना अभियंता राहुल कुमार का वेतन रोका गया।
सेक्टरों में फैली गंदगी पर 5 लाख का जुर्माना
सेक्टर-82, 105, 108, 110, 137, और 141 के बीच के मुख्य मार्गों पर कूड़े के ढेर पाए गए। यहां साफ-सफाई न करने पर मॉडर्न इंटरप्राइजेज पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया और साथ ही शो-कॉज नोटिस भी जारी किया गया।
इसके अलावा, सेक्टर-140, 140A, 90, 138 के चौराहों पर निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान RCC सामग्री की जांच की गई, जिसमें सेंड की गुणवत्ता खराब मिलने पर संबंधित पर अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया।
अनट्रीटेड पानी डालने पर FIR, सीवर लाइन सील
लोटश पनाश और महर्षि आश्रम सोसाइटी द्वारा बिना शोधित पानी को सीधे नाले में डालने का मामला सामने आया। इस पर सीवर लाइन को सील कर दिया गया और संबंधित सोसाइटी के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए। साथ ही मेरठ स्थित चिट फंड कार्यालय द्वारा जिम्मेदारी नहीं निभाने पर सोसाइटी का पंजीकरण रद्द करने के लिए पत्राचार करने को कहा गया है।