LS Election 2024: वाराणसी संसदीय सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन पत्र भरने वाले 40 प्रत्याशियों में 33 का नामांकन रद्द हो चुका है । बता दें कि 14 मई को नामांकन के अंतिम दिन पीएम मोदी ने नामांकन किया था वहीं मोदी के नामांकन को छोड़कर बाकी लगभग सभी का नामांकन रद्द हो चुका है।
इसमें भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय की पत्नी रीना राय का पर्चा भी सम्मिलित है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने इन दोनों प्रत्याशी को डमी प्रत्याशी मानकर उनका पर्चा निरस्त कर दिया है। वहीं कॉमेडियन श्याम रंगीला समेत कई अपूर्ण शपथ-पत्र पूरा न होने के कारण खारिज कर दिया गया।
श्याम रंगीला रहे चर्चा में
वाराणसी संसदीय सीट से सबसे ज्यादा चर्चित नामांकन कामेडियन श्याम रंगीला का रहा, जिन्होंने लगातार चार दिनों तक नामांकन पत्र को लेकर धरना, हंगामा और शिकायतें दर्ज करवाई। श्याम रंगीला ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला निर्वाचन कार्यालय पर आधी रात तक डटे रहे लेकिन किसी ने दस्तावेज नहीं लिए। जब डीएम आए तो उन्हें डांटकर भगा दिया गया, उनकी बात भी नहीं सुनी गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने रंगीला की पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा कि उनकी ओर से प्रस्तुत शपथ पत्र पूरा नहीं था और उन्होंने शपथ भी नही लिया था जिसके कारण नामांकन पत्र निरस्त किया गया और इस आदेश की प्रति उनको मुहैया कराई जा चुकी है।
41 उम्मीदवारों ने 55 पर्चे भरे पर 7 उम्मीदवार ही चुनाव लड़ सकते हैं
वाराणसी संसदीय सीच पर 7 मई से 14 मई तक नामांकन प्रक्रिया के दौरान 41 प्रत्याशियों ने कुल 55 पर्चे भरे थे। एक कैंडिडेट एक से अधिक पर्चे भरते हैं, जैसे पीएम मोदी और अजय राय ने चार-चार सेट में अपना पर्चा भरा था। शिवकुमार ने भी कुल चार सेट में पर्चा फिल किया था। कुल 55 पर्चों में 17 स्वीकार हुए हैं और 33 प्रत्याशियों के 38 नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए हैं।
उधर, नामांकन रद होने के बाद स्टैंडअप कामेडियन श्याम रंगीला ने सोशल साइट X पर वीडियो पोस्ट कर प्रशासन पर कई आरोप लगाए। देर रात तक हलफनामा जमा नहीं होने की बात कही, तो जिला निर्वाचन अधिकारी पर भी सवाल खड़े किए।
आरोप पर डीएम ने भी X पर रंगीला का जवाब दिया और उनके नामांकन की खामियां भी गिनाईं। बताया कि उनके पर्चे में कई कमियां पाई गई हैं। जिसमें अधूरा शपथ पत्र और शपथ ग्रहण नहीं करना ही सबसे बड़ा विषय है। इसकी रिसीविंग भी उन्हें भेज दिया गया है।
पीएम के खिलाफ मैदान में बचे केवल 7 प्रत्याशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीट वाराणसी पर नामांकन पत्रों की जांच में 33 प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होने के बाद संख्या 7 बची है। राष्ट्रीय दलों में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और बसपा प्रत्याशी अतहर जमाल लारी के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं।राज्य स्तर के राजनीतिक दलों में युग तुलसी पार्टी के कोलीशेट्टी, अपना दल कमेरावादी के गगन प्रकाश और राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी के पारस नाथ केशरी के नामांकन स्वीकृत हुए। वहीं निर्दलियों में दो प्रत्याशी दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी के नामांकन पत्र को भी स्वीकार कर लिया गया है।
इन प्रत्याशियों का पर्चा हुआ रद्द
जिला निर्वाचन अधिकारी एस राजलिंगम के अनुसार भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह का पर्चा खारिज कर दिया गया। वंचित समाज इंसाफ पार्टी के वेद पाल शास्त्री, पीस पार्टी के परवेज कादिर खान, इंडियन नेशनल समाज पार्टी के सुनील कुमार, जनहित किसान पार्टी के विजय नंदन, गांधियान पीपल्स पार्टी के यशवंत कुमार गुप्ता, राष्ट्र उदय पार्टी के सुरेश, मानवीय भारत पार्टी के हेमंत कुमार यादव, मौलिक अधिकार पार्टी के संतोष, अखिल भारतीय परिवार पार्टी के हरप्रीत सिंह, लोग पार्टी के विनय कुमार त्रिपाठी, बहादुर आदमी पार्टी के अभिषेक प्रजापति व जनसेवा गोंडवाना पार्टी के अवचित शामराव का नामांकन कुछ खामियों के चलते निरस्त कर दिया गया है।
निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान से हुए बाहर
निर्दलीय प्रत्याशियों में कॉमेडियन श्याम सुंदर रंगीला, योगेश कुमार शर्मा, तुषा मित्तल, सुरेंदर रेड्डी पेल्लाकुरु, अमित कुमार, नित्यानंद पांडेय, विक्रम कुमार वर्मा, रामकुमार जायसवाल, नार सिंह, अशोक कुमार, अजीत कुमार जायसवाल, नेहा जयसवाल, रीना राय, शिवम सिंह, अमित कुमार सिंह, नीरज सिंह, सचिन कुमार सोनकर, विकास कुमार सिंह, सोनिया जैन, संदीप त्रिपाठी का पर्चा खारिज हुआ है।
आज और कल ले सकते हैं अपना नाम वापस
16 और 17 मई तक प्रत्याशियों के पास नाम वापस लेने का समय है। अगर किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मैदान में कुल आठ प्रत्याशी ही रह जाएंगे। ऐसे में अब मतदान के दौरान महज एक ईवीएम मशीन ही लगाई जाएगी। बता दें कि 17 मई को नाम वापसी की अवधि समाप्त होने के बाद निर्दलीय प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित किया जाएगा। वहीं राजनैतिक दलों के प्रत्याशी अपने सिंबल पर लड़ेंगे।
वाराणसी में अंतिम चरण के तहत यानि 1 जून को वोटिंग होनी है, 4 जून को पूरे देश के साथ यहां भी वोटों की गिनती होगी। प्रधानमंत्री मोदी के उतरने के कारण वाराणसी देश का सबसे ज्यादा चर्चित संसदीय सीट है। यूपी में चार चरणों की वोटिंग हो चुकी है पांचवे चरण की वोटिंग 20 मई को है। वाराणसी में एक जून को वोटिंग होगी।