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Swami Avimukteshwananda: “अब वीरता सिर्फ बयानों में रह गई”, इशारों में सरकार पर साधा निशाना

ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मेरठ प्रवास के दौरान गो रक्षा, संस्कृति और प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वीरता केवल बयानों तक ही सीमित रह गई है।

बयानबाजी तक सिमटी वीरता: शंकराचार्य

संभल जिले के सीओ अनुज चौधरी के बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर शंकराचार्य ने कहा, “अब तो वीरता सिर्फ वाणी तक रह गई है। लोग सिर्फ बयानबाजी करके ही खुद को शक्तिशाली साबित करने में लगे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं किया जा रहा।” उन्होंने संकेत दिया कि नेता और अधिकारी केवल बोलते हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाते।

सरकार पर इशारों-इशारों में साधा निशाना

शंकराचार्य ने गाय, गंगा, संस्कृति और संस्कार को लेकर भी सत्ताधारी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “बातें बड़ी-बड़ी की जाती हैं, लेकिन काम धरातल पर नहीं दिखता।” उन्होंने मांग की कि गाय को पशु की श्रेणी से हटाकर माता की श्रेणी में दर्ज किया जाए।

पुलिस पर राजनीतिक दबाव का आरोप

संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान को लेकर उन्होंने कहा, “पुलिस अधिकारी अपनी मर्जी से कुछ नहीं बोल सकते। वे वही कहने के लिए बाध्य होते हैं, जो उनसे ऊपर बैठे लोग उन्हें बोलने के लिए कहते हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली में स्वतंत्रता नहीं होती, बल्कि उन्हें दिए गए आदेशों का पालन करना पड़ता है।”

औरंगजेब विवाद पर भी दी प्रतिक्रिया

औरंगजेब को लेकर छिड़े विवाद पर शंकराचार्य ने कहा, “जब भी हम किसी का नाम लेते हैं, चाहे वह प्रशंसा में हो या निंदा में, तो वह जीवित हो जाता है। अगर किसी को महत्व नहीं देना है तो उसकी चर्चा ही बंद कर देनी चाहिए।” उन्होंने संकेत दिया कि ऐसे ऐतिहासिक विवादों को हवा देने से बचना चाहिए।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की गिनती पर उठाए सवाल

शंकराचार्य ने महाकुंभ में 66 करोड़ लोगों के स्नान के दावे पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “अब तक कोई स्पष्ट नहीं कर सका कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों की गिनती किस तरह हुई। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से यह गणना कैसे की गई, इसका कोई गणित स्पष्ट नहीं किया गया है।”

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