2025 में संगम पर होने वाले महाकुम्भ की तैयारियों के लिए प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। यह महाकुम्भ अपने आप में ऐतिहासिक होने वाला है, जिसमें लगभग 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार इसकी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों के साथ बैठकों में तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं।
इस बार मेला 25 सेक्टरों में फैलकर 4000 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। 30 पांटून पुलों का निर्माण किया जा रहा है और 7 पक्के घाट भी बनाए जा रहे हैं। सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो।
सरकार ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। डेढ़ लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है। हालांकि, काम की धीमी गति को देखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को 10 दिसंबर तक सभी कार्य पूर्ण करने का आदेश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 13 दिसंबर को संगम नोज पर आने का कार्यक्रम है, जिससे अधिकारियों में तैयारी को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पावर कार्पोरेशन, जल निगम और नगर निगम के कार्यों में तेजी आई है।
पांटून पुलों की बात करें, तो 30 में से अभी तक केवल एक ही पिपा पुल चालू हो पाया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन इस समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत है ताकि सभी सेवाएं समय पर उपलब्ध कराई जा सकें।
महाकुम्भ 2025 को सफल बनाने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है और जनता की सुविधाओं को प्राथमिकता में रखते हुए काम कर रहा है।