उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर अपने चर्चित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने भगवान हनुमान और महाराजा सुहेलदेव को लेकर हैरान करने वाले दावे किए।
राजभर ने कहा, “जिस तरह हनुमान जी का नाम लेने से भूत-प्रेत दूर भागते हैं, वैसे ही महाराजा सुहेलदेव का नाम लेते ही बुखार छूमंतर हो जाता है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि महाराजा सुहेलदेव के नाम और विरासत ने हजारों नेताओं को राजनीतिक पहचान दिलाई है।
“पैसों की कोई किल्लत नहीं!”
अपनी पार्टी के वित्तीय संसाधनों पर बात करते हुए राजभर ने कहा, “हमारे पास 58,000 ग्राम प्रधान, 822 ब्लॉक प्रमुख और 75 जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। इतने बड़े नेटवर्क वाले को पैसों की कमी कैसे हो सकती है? अगर हर एक से हजार रुपये भी लें, तो क्या कमी रह जाएगी?” इस दौरान उन्होंने मंच पर मौजूद नेताओं से इस बात की पुष्टि भी करवाई।
पहले भी उठ चुका है विवाद
गत वर्ष दिसंबर में बलिया की एक सभा में राजभर ने दावा किया था कि भगवान हनुमान राजभर समाज से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने कहा था, “जब अहिरावण ने श्रीराम और लक्ष्मण को पाताल लोक में छुपा दिया, तो राजभर जाति में जन्मे हनुमान जी ने ही उन्हें बचाया। आज भी गाँवों में लोग ‘भर बानर’ कहकर बच्चों को डांटते हैं, जो हनुमान जी की विरासत का प्रमाण है।”
राजभर के इन बयानों ने अक्सर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस छेड़ी है। हालाँकि, उनकी पार्टी का दावा है कि यह ऐतिहासिक तथ्यों को सामने लाने का प्रयास है, जिससे पिछड़े वर्गों को गौरवान्वित किया जा सके।