समाजवादी पार्टी ने इलेक्शन कमीशन पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पहले से नियुक्त बीएलओ में ज्यादातर सभी मुस्लिम और यादव बीएलओ को हटा दिया गया है। उनको निकालकर भाजपा के समर्थक माने जाने वाले जातीय और सांप्रदायिक समूहों के कर्मचारियों को बैठा दिया गया है।
निर्वाचन अधिकारी ने नहीं दिए हैं बीएलओ के निर्देश
इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव से पहले बीएलओ को हटाने के किसी भी प्रकार के निर्देश उन्होंने नहीं दिए थे। इस संबंध में चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) निर्णय लेते हैं। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। अगर ऐसा मामला आता है तो जांच कराई जाएगी।
समाजवादी पार्टी ने आगामी उपचुनाव से पहले जाति और सांप्रदायिक आधार पर विधानसभा क्षेत्र में तैनात बीएलओ को हटाने का आरोप लगाया था। इस संबंध में सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखकर आपत्ति जताई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा था।
सपा ने आरोप लगाया था कि पहले से नियुक्त बीएलओ में लगभग सभी मुस्लिम और यादव बीएओ को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर भाजपा के समर्थक माने जाने वाले जातीय और सांप्रदायिक समूहों के कर्मचारियों को नियुक्त किया है। इसके अलावा मुरादाबाद मंडल में तैनात कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह को चुनाव प्रभावित करने के लिए बार-बार सेवा विस्तार दिया जा रहा है।