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Balrampur News: एक ही गांव के डेढ़ दर्जन लोग उल्टी दस्त व बुखार से पीढ़ित, कैंप लगाकर डॉक्टर कर रहे इलाज

बलरामपुर जिले के विकास खंड हर्रैया सतघरवा के अंतर्गत  चौधरीडीह के मजरे शिकारीपुरवा गांव में, अज्ञात बुखार व उल्टी दस्त से लगभग डेढ़ दर्जन लोग पीड़ित हैं। उल्टी दस्त से चार दिन पहले एक बच्ची की मौत भी हो चुकी है। बिमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर पीड़ितों का इलाज शुरू कर दिया है।

गांव में ही कैम्प लगाकर वयस्कों का हो रहा है इलाज

आधा दर्जन बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवपुरा में भर्ती किया गया है। वहीं वयस्कों का इलाज गांव में ही चल रहा है साथ ही गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया है। स्वास्थ्य कर्मी गांव में ही कैम्प कर रहे हैं। सीएमओ व चिकित्साधीक्षक ने अज्ञात बीमारी को बच्ची की मौत का कारण बताया है। शिकारी पुरवा गांव बनकटवा जंगल से सटा है। गांव में लगभग 70 परिवार निवास करते हैं जहां की आबादी लगभग 350 बताई गई है।

गांव में तेज बुखार व उल्टी-दस्त ने तूल पकड़ लिया है

ग्रामीणों के मुताबिक 29 अक्टूबर को सुबह उनके चार बच्चों को तेज बुखार चढ़ा। बाद में उल्टी दस्त भी होने लगी। देर शाम बच्चों को प्राइवेट चिकित्सक के पास ले गए, जहां तीन बच्चे इलाज के बाद स्वस्थ हो गए। पांच वर्षीय आरती की हालत नहीं सुधरी। उसे लगातार उल्टी दस्त की शिकायत बनी रही। 30 अक्टूबर को आरती की मौत हो गई। इधर गांव में अन्य परिवारों में तेज बुखार व उल्टी दस्त ने तूल पकड़ लिया। जिससे डेढ़ दर्जन लोग उल्टी-दस्त व तेज बुखार से पीड़ित हो गए हैं।

गांव में फैली गंदगी व दूषित पेयजल बीमारी के मुख्य कारण

ग्रामीणों का कहना है कि बीमारी फैलने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई, लेकिन कोई भी कर्मी नहीं आया। लोग विवश होकर प्राइवेट चिकित्सक की शरण में चले गए। लोगों को उल्टी दस्त से थोड़ी राहत तो जरूर मिली, लेकिन बुखार नहीं उतर रहा था। गांव में फैली गंदगी व दूषित पेयजल बना बीमारी का कारण गांव में चारों ओर गंदगी फैली हुई है। लोग साधारण हैंड पंप का पानी पी रहे हैं। गांव में कुल तीन इंडिया मार्का हैंडपंप लगे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक दो हैंडपंप से गंदा पानी निकल रहा है, जबकि प्राथमिक विद्यालय परिसर में लगे हैंडपंप से दुर्गंधयुक्त पानी निकल रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में नाली का निर्माण नहीं हुआ है। लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी रास्ते में बहता रहता है। ऐसे में यहां मच्छरों की भरमार है। ग्राम प्रधान बविता देवी के पति बाबू राम पासवान ने बताया कि गांव की साफ-सफाई में कोई कमी नहीं है। सीएमओ डॉ मुकेश रस्तोगी ने मंगलवार को शिकारीपुरवा गांव में फैली अज्ञात बीमारी का जायजा लिया। उनके निर्देश पर गांव में फागिंग करायी जा रही है।

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