Urai: जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की उपस्थिति में तहसील कोंच के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके समाधान के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने भूमि विवादों के मामलों में राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा निष्पक्ष समाधान कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि, रास्तों या पट्टेदारों की भूमि पर अवैध कब्जे की स्थिति में अविलंब कार्रवाई की जाए।
यदि ऐसी शिकायतें मिलती हैं, तो संबंधित लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतों के समाधान की गुणवत्ता की जांच की जाएगी, और यदि इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे पुलिस विभाग से संबंधित शिकायतों का समय-सीमा के भीतर समाधान सुनिश्चित करें। यदि कोई थानाध्यक्ष अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाही करता पाया गया, तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के बाद जिलाधिकारी ने 13 सहकारी समितियों में उर्वरक की उपलब्धता की जांच के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे उर्वरक के स्टॉक रजिस्टर का निरीक्षण कर शाम तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
इस आयोजन में कुल 26 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 08 राजस्व विभाग के, 07 पुलिस विभाग के, 03 विद्युत विभाग के, 04 विकास विभाग के और 04 अन्य विभागों के थे। इनमें से 05 शिकायतों का मौके पर ही समाधान कर दिया गया, जबकि बाकी शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से निपटाने के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी कोंच ज्योति सिंह, क्षेत्राधिकारी अर्चना सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एन.डी. शर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।