UP News: यूजीसी नेट 2024 पेपर का आयोजन 18 जून(मंगलवार) को देश के विभिन्न शहरों में आयोजित हुआ था जिसे शिक्षा मंत्रालय ने एक दिन में ही लीक का अंदेशा होने पर रद्द कर दिया। मंत्रालय ने इस संदर्भ में कहा की धांधली की सूचना मिलने के बाद यह फैसला विभाग ने किया है और मामले की जांच के लिए सीबाआई को आदेश दे दिया गया है। ऐसे में इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रया आई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, ‘और अब गड़बड़ी की खबर के बाद UGC-NET की परीक्षा भी रद्द कर दी गयी है। भाजपा के शासनकाल में पेपर माफिया एक के बाद एक, हर एग्जाम में धांधली कर रहा है। ये देश के खिलाफ किसी बड़ी साजिश भी हो सकती है। गहरी बात आप समझिए- पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होगा तो कानून-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जिससे देश-प्रदेश में अशांति और अस्थिरता बनी रहेगी।’
सपा प्रमुख ने कहा कि, ‘NEET की परीक्षा में घपला होगा तो ईमानदार लोग डॉक्टर नहीं बन पाएंगे और देश के लोगों के इलाज के लिए भविष्य में डॉक्टरों की कमी और बढ़ जाएगी और बेईमान लोग, जनता के जीवन के लिए खतरा बन जाएंगे। वहीं UGC-NET परीक्षा न होने से, पहले से शिक्षकों की जो कमी है, उसमें और भी ज्यादा इजाफा होगा। फिर शिक्षकों की कमी से देश के मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न होगी, जो कालांतर में देश के लिए बहुत घातक साबित होगी।’
आगे अखिलेश ने कहा कि, इन सबसे प्रशासन के साथ-साथ स्वस्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चौपट बो जाएगी। ये हमारे देश के शासन-प्रशासन के विरुद्ध कोई बड़ा षडयंत्र भी हो सकता है, जिसके वृहद स्तर पर नाकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। ऐसे में कोर्ट की अध्यक्षता में इसकी जांच हो और दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए, किसी भी अपराधी को बख्शा न जाए, फिर वो चाहे कितना भी बड़ा व्यक्ति ही क्यों न हो या फिर उसके हाथ पर सत्ता का हाथ ही क्यों न हो।
अखिलेश ने सोशल मिडिया पर अपने पोस्ट के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि जो भ्रष्ट लोग कोरोना के वैक्सीन में चुनावी चंदे के नाम पर पीछे से करोड़ों रूपये खा सकते हैं, वो भला परीक्षा-प्रणाली को क्या छोड़ सकते हैं।