UP Lok Sabha Election : देश की सियासत में सबसे अहम सूबा उत्तर प्रदेश में चुनाव की गहमागहमी के बीच पीडीएम की तिकड़ी अपोजिशन की राह में रोड़ा बन सकता है जहां एक नए गठबन्धन के रूप में उभरे PDM (पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) 2024 के ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपने 7 उम्मीदवारों के नामों पर मुहर भी लगा दी है ।
PDM Alliance First Candidates List : 2024 के आसन्न चुनाव के बीच उत्तर प्रदेश में सियासी गहमा-गहमी भी रफ़्तार भरने लगी है.। इसी क्रम में अपना दल कमेरावादी की लीडर और विधानसभा सदस्य पल्लवी पटेल ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के साथ मिलकर यूपी में तीसरे मोर्चे (PDM) का ऐलान कर दिया जिसके बाद यूपी की राजनीति में लगातार उबाल आ रहा है. वहीं, अब पल्ल्वी पटेल और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ PDM (पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) मोर्चा के नाम से एक नई फ्रंट खड़ी कर आनन -फानन में शनिवार को सात उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी ।
उत्तर -प्रदेश में पीडीएम की तरफ से पीडीएम द्वारा जारी पहली लिस्ट के मुताबिक, बरेली से सुभाष पटेल, हाथरस से डॉ. जयवीर सिंह धनगर, फिरोजाबाद से प्रेम दत्त बघेल को उम्मीदवार बनाया गया है. जब कि रायबरेली से हाफिज मोहम्मद मोबीन, फतेहपुर से राम किशन पाल, भदोही से प्रेमचंद्र बिंद और चंदौली से जवाहर बिंद को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
यूपी में पल्लवी पटेल ने समाजवादी पार्टी से इत्तेहाद टूटने के बाद लोकसभा इलेक्शन में उतरने के ऐलान किया था, जिसके बाद उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी के साथ गठबंधन किया और अखिलेश यादव के पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के जवाब में पीडीएम (पिछड़ा, दलित और मुस्लिम) मोर्चे का ऐलान करके उत्तर प्रदेश की सियासी में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया ।
पल्लवी पटेल ने कुर्मी बहुल सीटों पर उम्मीदवार उतारकर बीजेपी और समाजवादी की राह में मुश्किल पैदा कर दी है. बता दें कि, कांग्रेस लीडर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ बनारस और मुंबई में रोड शो करने वालीं पल्लवी पटेल ने रायबरेली में भी अपना उम्मीदवार उतारकर सभी को सकते में डाल दिया है।
वहीं, समाजवादी पार्टी और अपना दल कमेरावादी की पल्लवी पटेल के बीच मनमुटाव राज्यसभा इलेक्शन में उम्मीदवारों के चयन को लेकर हुई थी। . उधर , समाजवादी पार्टी ने जया बच्चन, मजीलाल सुमन व आलोक रंजन को उम्मीदवार बनाया था जिससे पल्लवी खफा हो गई थीं. पल्लवी का कहना था कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की सियासत का दम भरने वाली एसपी ने पिछड़े और अल्पसंख्यकों को उम्मीदवार नहीं बनाया. अखिलेश ने भी पल्लवी से नाराजगी का इजहार करते हुए पिछले दिनों प्रेस कांफ्रेंस में दो टूक कह दिया था कि अपना दल कमेरावादी से 2022 में गठबंधन था 2024 में अलायंस नहीं है ।