मुरादाबाद का नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को लेकर भले ही लाख दावे करता हो लेकिन धरातल पर सच्चाई कुछ और ही नजर आती है। सरकार गड्ढा मुक्त सड़कों की बाते कर जनता को लॉलीपाप देने का काम कर रही है वही जनप्रतिनिधि भी क्षेत्र में जनता को गुमराह कर विकास का झूठा वादा कर जनता को नजरंदाज करने में लगे है।
यह नजारा है मुरादाबाद नगर निगम के वार्ड 4 पैपटपुरा लाकड़ी का। जहा नगर निगम यहां के क्षेत्रवासियों से गृहकर और जलकर की पूर्ण अदायगी करता है। लेकिन, सुविधाओं के नाम पर नगर निगम इस वार्ड में सिर्फ आश्वासन देता है। पैपटपुरा की गलियों में आजतक सड़क निर्माण नही हुआ। पिछले 15 वर्षो से यहां के लोग संसाधनों के आभाव में जीवन यापन कर रहे है। स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं काम पर जाने वालों को रात के समय कच्चे गड्ढों से हेाकर गुजरना पड़ता है। हालात तो उस समय और ज्यादा बिगड़ जाती है जब बारिश के समय यह पूरा क्षेत्र नदी और तालाब में तब्दील हो जाता है। बारिश के समय सांप बिच्छू जैसे कीड़े का भय सताने लगता है। वही गंदगी के कारण कई गंभीर बिमारियों के ग्रास भी यहां के आम लोग बनते हैं।
बरहाल नगर निगम एक ओर जनता को स्मार्ट सिटी के सपने दिखाकर जहां अपनी छवि सुधारने का काम कर रहा है वही शहर के कई इलाकों को नजरंदाज कर अपनी छवि को बिगाड़ भी रहा है। जनप्रतिनिधि भी जनता की आवाज को उठाने की बजाय दबाने का काम कर रही है। ऐसे में जनता विकास के लिए गुहार लगाये तो आखिर कहां लगाये।