उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में अभी हालात जस के तस हैं। बात करें बलिया जिले की तो यहां सदर तहसील क्षेत्र के शिवपुर दियर नंबरी में गंगा नदी का पानी गांवों में घुसने से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
जिससे गांववालों को तमाम दुश्वारियो का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिल पा रही है। बाढ़ का पानी घुसने के बाद बाढ़ पीड़ितों का सारा सामान बर्बाद हो गया है। गांवों में प्राथमिक विद्यालयों भी बंद हो गए हैं। पुलिस चौकी भी बाढ़ से पूरी तरह से प्रभावित है और स्थानीय बच्चे गंगा नदी के तेज बहाव में नहाते हुए नजर आ रहे हैं।
गंगा नदी के तेज बहाव में नहाना बच्चों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। वहीं पशुओं के लिए चारा भी नहीं मिल पा रहा है। लोग खाने पीने की व्यवस्था तो जैसे तैसे चला रहे हैं लेकिन पशुओं का चारे का घोर संकट खड़ा हो गया है।
प्रशासन ने पशुओं के लिए चारे की कोई व्यवस्था ही नहीं की है। बाढ़ राहत सामग्री अभी जिले में कहीं नहीं बाटी गयी। बाढ़ के चलते लोगों को शौच के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। प्रशासन इस मामले में कोई सकारात्मक पहल नहीं कर पा रहा है। प्रशासन का बाढ़ राहत कार्य केवल कागजों तक ही सीमित है जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं है।
शिवपुर दियर नंबरी के बाढ़ पीड़ित लोग अपने अपने पशुओं को गांवों से निकालकर बंधे पर ले जा रहे है। गांवों में पशुओं के लिए रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन को आपदा से निपटने के लिए पहले ही तैयारी करनी चाहिए थी।