गोरखपुरः चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों से देश भर में लोगों की जान आफत में है। खासकर उत्तर प्रदेश में इसका कहर जमकर बरप रहा है। बात करें गोरखपुर की तो यहां तेज धूप के साथ भीषण गर्मी की तपिश से लोग परेशान हैं। आसमान से बरस रही आग से बचने के लिए लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। शुक्रवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। दिन में अधिकतम तापमान 43°C तक पहुंच गया जो सामान्य से करीब 7°C अधिक है। घर के अंदर कमरों की दीवार गर्म होने की वजह से लोग रात में चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे हैं। रात्रि 12 बजे के बाद ही घरों में लोगों को राहत मिल पा रही है। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान लगातर दूसरे दिन भी 43 डिग्री सेल्यिस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 33 डिग्री सेल्यिस दर्ज किया गया। भीषण गर्मी के कारण लोगों का बहुत बुरा हाल हो गया है। सूर्यदेव के तीखे तेवर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं दूसरी तरफ बाजार में शीतल पेय पदार्थों की मांग काफी बढ़ गयी है। मौसम विशेषज्ञों ने जल्द मानसून आने की संभावना जतायी है। सुबह से ही चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। उमस भरी गर्मी और तेज धूप से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जून के महीने में दिनों दिन पारा चढ़ता चला जा रहा है। बता दें कि गोरखपुर समेत मंडल के सभी जिलों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। कुशीनगर, महाराजगंज और देवरिया में भी पारा 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। यही हाल कमोबेश पूरे प्रदेश का है। बढ़ती गर्मी के बीच कई जगहों पर पानी की समस्या भी पैदा हो गई है। जमीन के अंदर वाटर लेवल घट जाने से मोटर और हैंडपंप भी जबाव देने लगे हैं।
भीषण गर्मी और लू को देखते हुए प्रमुख अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर से हमारे सहयोगी प्रदीप आनंद श्रीवास्तव ने बात की डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर ने बताया कि जिला अस्पताल में हीट स्ट्रोक से पीड़ितों के लिए तैयारी पूरी है। यदि किसी व्यक्ति को घर से बाहर निकलना पड़ रहा है तो वो अपने साथ पेय पदार्थ ले लें और शरीर ढक कर बाहर निकलें।
गोरखपुर से संवाददाता प्रदीप आनंद श्रीवास्तव की रिपोर्ट