प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से हाल में सामने आए छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में विस्तार से जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोहराई न जाएं।
घटना वाराणसी की है, जहां 18 वर्षीय ग्रेजुएशन की छात्रा के साथ 29 मार्च से लेकर 3 अप्रैल तक लगातार पांच दिन तक कई स्थानों पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। प्रारंभ में छात्रा के परिचित ने विश्वास में लेकर दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर एक के बाद एक 23 लोगों द्वारा उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
छात्रा को नशीला पदार्थ सुंघाकर होटलों और कार में जगह-जगह ले जाकर उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। 3 अप्रैल की रात आरोपियों ने छात्रा को सड़क पर फेंक दिया, जिसके बाद वह बदहवास हालत में घर पहुंची और परिजनों को पूरी आपबीती सुनाई।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और बाकी की तलाश के लिए छापेमारी जारी है। वीडियो, होटल बुकिंग रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। पुलिस इस मामले में कई स्तरों पर जांच कर रही है, जिसमें साइबर, होटल स्टाफ और सह-अभियुक्तों की भूमिका की भी गहन जांच हो रही है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा काशी का 50वां दौरा है। इस अवसर पर वह 3,884 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। साथ ही, वह मेहंदीगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे और उन्नतशील किसानों से संवाद करेंगे। दौरे के दौरान अमूल से जुड़े दो लाख सत्तर हजार किसानों को बोनस का डिजिटल ट्रांसफर भी किया जाएगा। लेकिन दौरे की शुरुआत में ही उन्होंने कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई और जिम्मेदार अफसरों को स्पष्ट संदेश दिया कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।