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Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने प्रयागराज में कहा कि, महाकुंभ में 11 भाषाओं में श्रद्धालुओं के लिए मददगार होगा एआई चैटबॉट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल महाकुम्भ की संकल्पना को साकार करते हुए शुक्रवार को चैट बॉट कुम्भ सहायक लॉन्च कर दिया है। इस चैट बॉट का उद्देश्य महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुविधाजनक बनाना है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
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Mahakumbh 2025: पीएम मोदी ने प्रयागराज में कहा कि, महाकुंभ में 11 भाषाओं में श्रद्धालुओं के लिए मददगार होगा एआई चैटबॉट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल महाकुम्भ की संकल्पना को साकार करते हुए शुक्रवार को चैट बॉट कुम्भ सहायक लॉन्च कर दिया है। इस चैट बॉट का उद्देश्य महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुविधाजनक बनाना है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार महाकुम्भ को पहले की तुलना में अधिक दिव्य और भव्य बनाना चाहते हैं। इसी के साथ उन्होंने अफसरों को डिजिटल महाकुम्भ को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को महाकुम्भ से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चैट बॉट कुम्भ सहायक का शुभारंभ किया।

11 भाषाओं को श्रद्धालुओं को देगा मदद

चैट बॉट कुम्भ सहायक देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को महाकुम्भ से जुड़ी सभी जानकारियां पलक झपकते उपलब्ध करा देगा। यह कुम्भ सहायक 11 भाषाओं में श्रद्धालुओं का मददगार साबित होगा। यह श्रद्धालुओं को नेवीगेशन, पार्किंग व रुकने के स्थान समेत हर जानकारी सेकेंडों में उपलब्ध कराने में सक्षम है। इसे आसानी से अपने मोबाइल में डाउनलोड किया जा सकता है। इससे बोलकर या लिखकर अपने सवाल पूछ सकते हैं। साथ ही जवाबों को अपनी भाषा में सुन भी सकते हैं।

इन 11 भाषाओं में देगा AI chatbot श्रद्धालुओं के सवालों का जवाब

हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, बंगाली, उर्दू…

प्रमुख विशेषताएं

1. व्यक्तिगत कुम्भ तस्वीर को बना सकते हैं यादगारः श्रद्धालु अपनी तस्वीर अपलोड करके महाकुम्भ की पृष्ठभूमि के साथ एक व्यक्तिगत तस्वीर प्राप्त कर सकते हैं। जिसे वे कुम्भ मेले के यादगार के रूप में सहेज एवं शेयर सकते हैं।

2. आध्यात्मिक गुरुओं से जुड़ी विस्तृत जानकारी ले सकते हैंः श्रद्धालु महाकुम्भ का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक महत्व, प्रमुख तिथियां भी इसकी मदद से जान सकते हैं। साथ ही आध्यात्मिक गुरुओं से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

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