पीएम मोदी की वाराणसी से तीसरी बार लगातार सांसद बनने के उपलक्ष्य में 18 जून को काशीवाशी उनका ग्रैंड वेलकम करेंगे। एयरपोर्ट से लेकर जमसभा आयोजन स्थल तक मोदी का भव्य स्वागत किया जाएगा। वहीं पुलिस लाइन से काशी विश्वनाथ धाम तक और फिर दशाश्वमेध तक पीएम का निर्धारित रूट मिनी रोड-शो के रूप में रहेगा।
मोदी के इस आयोजन में दशाश्वमेध से लेकर बाबा विश्वनाथ मंदिर गेट नंबर 4 तक राज्यमंत्री रविन्द्र जायसवाल और डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु के साथ विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव की अगुवाई में ढोल, नगाड़ा, डमरू दल के साथ शंखनाद और गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा करके स्वागत किया जाएगा।
इस आयोजन में जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ता पुष्पवर्षा कर पीएम का स्वागत और अभिनंदन करेंगे, तो वहीं 18 स्थानों पर ढोल नगाड़ों और पारंपरिक अंदाज में स्वागत किया जाएगा। पीएम कार से ही अभिवादन स्वीकार करेंगे, तो काशी विश्वनाथ मंदिर गेट पर कार से उतरकर जनता को आभार जताएंगे। काशी में 15 घंटे व्यतीत करके पीएम कई कार्यक्रमों में शामिल करेंगे और काशी की जनता से रूबरू होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी में 15 घंटे रहेंगे। पीएम शाम 4 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे, मेहंदीगंज की जनसभा के बाद पुलिस लाइन में उतरेंगे। फिर रात्रि प्रवास के बाद 19 जून की सुबह करीब 8 बजे वह बरेका स्थित हेलिपैड से एयरपोर्ट और फिर वहां से दिल्ली निकल जाएंगे। आपको बता दें कि स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के अधिकारियों ने मेहंदीगंज सभास्थल को अपने कब्जे में कर लिया है। टीम के सदस्य दशाश्वमेध घाट और काशी विश्वनाथ पर अलर्ट हैं। आज पुलिस लाइन में पीएम की सुरक्षा की ब्रीफिंग होगी, इसके बाद डमी फ्लीट का रिहर्सल किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानि 18 जून को मेहदीगंज में आएंगे। जिसको लेकर रविवार शाम बम निरोधक दस्ते और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने सुरक्षा मानकों की पड़ताल की। टीम ने हेलिपैड, मंच और पंडाल का निरीक्षण किया। उनकी हरी झंडी मिलने पर देर शाम सेना के हेलिकॉप्टर ने टच एंड गो का रिहर्सल किया। इसके बाद हेलीपैड और जनसभा स्थल एसपीजी के अधिकारियों की निगरानी में है। सेना के तीन हेलिकॉप्टर का टच एंड गो रिहर्सल के बीच कई अधिकारी मौजूद रहे।
पीएम नरेंद्र मोदी काशी में 50 दौरे कर चुके हैं। पीएम शहर के क्षेत्रों में हमेशा गुजरे, जिसमें कैंट, दक्षिणी और उत्तरी क्षेत्र शामिल हैं। लेकिन इन क्षेत्रों में पीएम की चुनिंदा सभाएं हुई हैं। पिछले दस वर्षों में पीएम ने सबसे ज्यादा सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा की। पीएम ने अब तक 8 बार इस क्षेत्र में जनसभा की है। पहले और दूसरे कार्यकाल में आठ जनसभा को संबोधित कर चुके हैं, और 18 जून को 9वीं बार सभा को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी से तीसरी बार सांसद बने हैं ऐसे में जनता का आभार जताने फिर आ रहे हैं। इससे पहले दोनों कार्यकाल में शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही अपने संसदीय क्षेत्र काशी दौरे पर आ चुके थे। इस बार 2024 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वे यहां आएंगे। वर्ष 2014 में आम शपथ ग्रहण समारोह से पहले 17 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आए थे। दूसरे कार्यकाल में शपथ ग्रहण समारोह से पहले गंगा आरती की थी। पीएम 27 मई 2019 को काशी आए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी कल काशी से देशभर को हजारों करोड़ की सौगात देने जा रहे हैं। काशी से किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करेंगे। पीएम बटन दबाकर देशभर के करीब 9.3 करोड़ किसानों के खाते में 20 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि ट्रांसफर करेंगे।
पीएम मंच से पहली बार महिला किसानों को ‘कृषि सखी’ का तमगा देंगे, तो प्राकृतिक-जैविक खेती करने वाले 21 उन्नतशील किसानों से अलग संवाद स्थापित करेंगे। वहीं किसानों और महिला समूह को 300 आवास का उपहार भी देंगे। 167 किसान सखी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। ये महिलाएं आर्गेनिक फार्मिंग में अग्रणी हैं।
सीपी मोहित अग्रवाल के साथ डीएम एस राजलिंगम ने मेहदीगंज जनसभा स्थल का निरीक्षण किया और सुरक्षा इंतजामों को लेकर संबंधित विभागों में चर्चा भी की। बता दें कि प्रधानमंत्री के बाह्य सुरक्षा घेरे में 10 हजार से ज्यादा पुलिस-पीएसी व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात होंगे। प्रधानमंत्री की आवाजाही के रूट पर रूफ टॉप फोर्स तैनात रहेंगे। कार्यक्रम स्थल सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेंगे। आयोजन संपन्न होने तक कार्यक्रम स्थल नो फ्लाइंग जोन होगा।
पीएम सुरक्षा में कमिश्नरेट पुलिस के सभी आईपीएस, एडीसीपी और एसीपी रहेंगे। इसके साथ-साथ गैर जनपद से 15 आईपीएस 10 एडिशनल एसपी, 27 डिप्टी एसपी, 15 इंस्पेक्टर, 200 सब इंस्पेक्टर और 1500 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल भी रहेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा पांच स्तरीय होता है। एसपीजी के अलावा उनकी सुरक्षा में एनएसजी के कमांडो, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अफसर, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एटीएस के कमांडो, स्थानीय पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट के कर्मी तैनात रहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर 18 जून की शाम गंगा में नाव चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन और गंगा आरती में पीएम के शामिल होने से पहले ही गंगा में कोई नाव नहीं चलेंगे। डीसीपी के अनुसार सुरक्षा कारणों से शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक दशाश्वमेध घाट और शीतला घाट के सामने गंगा में नौकायन पर प्रतिबंध रहेगा।
इसके अलावा अस्सी घाट से अहिल्याबाई घाट और मीर घाट से नमो घाट तक नौकायन पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं रहेगा। दशाश्वमेध घाट पर बैरिकेडिंग के बाहर आमजन चेकिंग के बाद रोजाना की भांति गंगा आरती में शामिल हो सकते हैं।