प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा 24 अप्रैल 2025 को कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित की जाएगी। यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री इस स्थान पर जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं। इसके लिए एक भव्य और सुरक्षित पांडाल तैयार किया जा रहा है, जिसकी बनावट और तकनीक खासतौर पर जर्मनी के मॉडल पर आधारित है।
जर्मन मॉडल पर तैयार हो रहा पांडाल
पंडाल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि तेज आंधी-पानी और तेज धूप का उस पर कोई प्रभाव न हो। पंडाल 155 मीटर लंबा और 130 मीटर चौड़ा होगा और इसकी कुल क्षेत्रफल करीब 2 लाख स्क्वायर फीट में फैली होगी। इसमें 5 से 6 ब्लॉक बनाए गए हैं, जिनमें कुर्सियां लगाई जा रही हैं। हर ब्लॉक में 5 से 6 बड़े कूलर लगाए जा रहे हैं ताकि गर्मी से राहत मिल सके।
50 हजार लोगों की बैठने की क्षमता
पांडाल के अंदर लगभग 40 से 50 हजार लोग एक साथ बैठ सकते हैं। हर ब्लॉक को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि जो व्यक्ति जिस ब्लॉक में बैठेगा, वह वहीं पर रहेगा। अलग-अलग जिलों से आने वाले लोगों को अलग-अलग ब्लॉकों में बैठाया जाएगा।
हर ब्लॉक में एलसीडी स्क्रीन की सुविधा
सभा के दौरान किसी को भी दृश्य बाधा न हो, इसके लिए 8 से 10 एलसीडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। हर ब्लॉक में एलसीडी स्क्रीन उपलब्ध होगी ताकि हर व्यक्ति मंच पर हो रही गतिविधियों को स्पष्ट रूप से देख सके।
200 मज़दूर कर रहे लगातार काम
पांडाल निर्माण का कार्य लगातार दिन-रात किया जा रहा है। करीब 200 लेबर इस काम में लगे हुए हैं और इसका अंतिम रूप जल्द ही तैयार हो जाएगा। ठेकेदार इंद्रदेव के अनुसार, इस तरह के पंडाल को तैयार करने में 70% कम समय लगता है और इसे हटाना भी अन्य पारंपरिक पंडालों की तुलना में आसान होता है।
भगवा रंग में सजा होगा पूरा पांडाल
संपूर्ण पांडाल भगवा रंग में रंगा जाएगा, जो आयोजन के माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बनाएगा। इसके अलावा, दर्शकों की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए ब्लॉक्स का स्ट्रक्चर ऐसा रखा गया है कि लोगों की मूवमेंट जनसभा के दौरान सीमित रहे।