उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण को सशक्त बनाने के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) के पुनर्गठन और विस्तार की आवश्यकता जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म” के मंत्र के अनुरूप यह कदम प्रदेश में पर्यावरणीय प्रशासन को आधुनिक और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में यूपीपीसीबी के 75 जिलों में केवल 28 क्षेत्रीय कार्यालय कार्यरत हैं। इसे सुधारते हुए प्रत्येक जनपद में एक स्थायी कार्यालय खोला जाएगा। इसके साथ ही 18 मंडलों में क्षेत्रीय कार्यालयों का पुनर्गठन किया जाएगा। जिन मंडलों में औद्योगिक गतिविधियां अधिक हैं, वहां एक से अधिक क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए दौर की पर्यावरणीय चुनौतियों के समाधान हेतु बोर्ड में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तरल अपशिष्ट प्रबंधन, हैजार्ड्स वेस्ट, ई-वेस्ट और बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन सेल का गठन किया जाए। इसके साथ ही जन शिकायत निवारण, अनुसंधान और विकास, जन-जागरूकता अभियान और आईटी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित मॉनिटरिंग यूनिट्स की स्थापना भी की जाएगी। इससे बोर्ड की कार्यप्रणाली अधिक प्रभावी और पारदर्शी होगी।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों से संबंधित अनापत्ति प्रमाणपत्र (CTO/CTE) के निस्तारण की प्रक्रिया में तेजी लाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लाल, नारंगी और हरी श्रेणी के लिए 120 दिनों की मौजूदा समय-सीमा को घटाकर क्रमशः 40, 25 और 10 दिनों में निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक व्यवस्था विकसित की जाए।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि UPPCB में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि IIT जैसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों के दक्ष युवाओं को उचित वेतन पैकेज पर नियुक्त कर बोर्ड को तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम बनाया जाए। इस दिशा में बोर्ड स्तर पर नियमानुसार निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी इंगित किया कि बोर्ड द्वारा सहमति एवं अनापत्ति शुल्क में वर्ष 2008 के बाद कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। ऐसे में वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार शुल्क संरचना में संशोधन की आवश्यकता है, जिस पर बोर्ड को गहन विचार-विमर्श कर आवश्यक कदम उठाने चाहिए।