प्रयागराज गंगा यमुना व विलुप्त सरस्वती के संगम पर बसा वह लोक सभा सीट है जिस पर आख़िरी बार 40 साल पूर्व सिने सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने कांग्रेस को जीत का आखिरी सेहरा बंधाया वही भगवान विष्णु के अभय आशीर्वाद से फल -फूल रहे प्रयागराज में कांग्रेस ने अब इस नए चेहरे पर दांव लगाया है।
तो कौन हैं उज्जवल रमन सिंह
रविवार को कांग्रेस ने जिस उज्जवल रमण सिंह की उम्मीदवारी प्रायराज से रविवार को घोषणा की घोषणा की वह प्रयागराज की करछना विधानसभा सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। और ये वही हैं जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा के पीयूष रंजन निषाद ने 9328 मतों से हराया था। कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद से ही कयास ये लगाये जा रहे कि थे कि कांग्रेस इलाहाबाद से उज्जवल को प्रत्याशी बना सकती है।
भाजपा ने नीरज त्रिपाठी को बनाया प्रत्याशी
वहीं , भाजपा ने इस सीट पर सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काटकर पूर्व राज्यपाल पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी के पुत्र नीरज त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे उज्जवल रमण सिंह
उज्जवल रमण सिंह ने दो अप्रैल को समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। उज्जवल रमण अखिलेश यादव सरकार में मंत्री व बीज विकास निगम के अध्यक्ष भी रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के हिस्से में आई 17 में से पार्टी ने 15 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। अब अमेठी व रायबरेली की सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है।