कभी माफियागीरी और अपराध के चलते शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ता हुआ प्रयागराज अब एक बार फिर से “माफिया मुक्त, शिक्षा युक्त” शहर के रूप में उभर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुई माफिया पर कार्रवाई से शहर में नया विश्वास और सुरक्षा का माहौल बना है, जिससे यहां की प्रतिभाएं राष्ट्रीय पटल पर चमकने लगी हैं।
शक्ति दुबे ने यूपीएससी परीक्षा 2025 में टॉप कर प्रयागराज के शिक्षा जगत को फिर से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किया है। शक्ति का कहना है कि पहले पढ़ाई के माहौल में भय और असुरक्षा थी, लेकिन अब बदले हालात ने बिना डर सपने देखने की आजादी दी है, जिसने उनकी सफलता की राह आसान कर दी।
शक्ति ने अपनी दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई एसएमसी घूरपुर, प्रयागराज से की थी। उनके कॉलेज के प्रिंसिपल आशीष रंजन ने बताया कि आज छात्राएं मानसिक रूप से मजबूत हो रही हैं क्योंकि उन्हें सपने देखने में अब कोई डर नहीं है।
महक जायसवाल, जो प्रयागराज के फूलपुर क्षेत्र के छोटे से गांव भुलई का पूरा से हैं, ने 97.20% अंकों के साथ यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉप किया। महक के पिता शिव प्रसाद जायसवाल कौशाम्बी में चाय की दुकान चलाते हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद सुरक्षित माहौल ने महक को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस दिया।
महक के विद्यालय बच्चा राम यादव इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल मनोरमा यादव ने कहा कि सुरक्षित वातावरण में पढ़ाई करने से ही बच्चों की प्रतिभा निखरती है, और महक इसका बेहतरीन उदाहरण है।
योगी सरकार द्वारा माफिया राज पर सर्जिकल स्ट्राइक करने से प्रयागराज में कानून व्यवस्था इतनी मजबूत हुई कि अपराध का खौफ खत्म हो गया। माफिया संपत्तियों पर बुलडोजर चला। अपराधियों को जेल भेजा गया। शहर में कानून का राज स्थापित हुआ। यही बदला माहौल प्रयागराज की शैक्षणिक प्रतिष्ठा को फिर से बुलंदियों पर ले आया है।
आज प्रयागराज केवल संगम नगरी, कुंभ महापर्व, या इलाहाबाद विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं है। बल्कि यह अब “माफिया मुक्त, शिक्षा युक्त” प्रयागराज के रूप में पूरे देश में एक नई मिसाल बन गया है। शक्ति दुबे और महक जायसवाल जैसी प्रतिभाएं नए प्रयागराज की नई पहचान बन रही हैं।