पीलीभीतः टाइगर रिजर्व क्षेत्र में काफी समय से बेंत की बेशकीमती लकड़ी का अवैध रुप से कटान लगातार जारी है। मामले में विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता भी उजागर हो रही है। बता दें कि टाईगर रिजर्व क्षेत्र में बेंत की बेशकीमती लकड़ी बड़े पैमाने पर पाई जाती हैं। विभागीय कर्मियों की शह पर लोग अवैध रूप से बेंत का कटान कर सरकार को राजस्व को चूना लगा रहे हैं। इससे पहले भी अवैध कटान की जांच की गई लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई।
दरअसल पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगलों से बेशकीमती बेंत काटा जा रहा है कुछ दिन पहले विभाग के डीएफओ भी जंगल पहुंचे थे। जब डीएफओ जंगल पहुंचे तब कुछ दिनों के लिए बेंत की कटाई पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों के बाद दियोरिया रेंज के कर्मचारियों की मिलीभगत से बेंत की कटाई शुरू कर दी गई। आपको बता दें कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व होने के कारण जंगल में आम जनमानस के जाने पर प्रतिबंधित है। लेकिन उसके बावजूद भी जंगल के बीचोंबीच से बेशकीमती बेंत को काटा जा रहा है।
पिछले कई दिनों से जंगल से वेत की कटाई चल रही है। इसकी जानकारी जब घुँघचिहाई पुलिस को लगी तो घुँघचिहाई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बेंत से भरे ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ लिया। जंगल में तैनात कर्मचारियों की माने तो जिस जगह से बेंत निकाला जा रहा है। वहां पर बाघों का डेरा बना हुआ है। बाघ अक्सर वहां आते जाते रहते हैं। उसके बाद भी बेंत कटाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। जिससे जनहानि होने की आशंका भी बनी रहती है। बताया जा रहा है कि वन विभाग के कर्मचारी पुलिस द्वारा जब्त की गई ट्रैक्टर ट्राली को छुड़ाने में लगे हुए हैं।
पीलीभीत से संवाददाता शिवकुमार की रिपोर्ट