प्रयागराज में आयोजित होने वाले विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन, महाकुंभ, की भव्यता को देखते हुए गूगल ने अपनी नीति में बदलाव किया है। पहली बार गूगल ने किसी अस्थायी शहर, महाकुंभ मेला क्षेत्र, के लिए नेविगेशन सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके लिए गूगल और महाकुंभ मेला प्राधिकरण के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (एमओयू) हुआ है।
इस एमओयू के तहत गूगल महाकुंभ के लिए विशेष नेविगेशन मैप तैयार करेगा। इस मैप की मदद से श्रद्धालु मेला क्षेत्र में स्थित समस्त स्थलों, अखाड़ों और साधु-संतों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेंगे। इससे डिजिटल कुंभ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।
नेविगेशन का अर्थ है – किसी स्थान पर ले जाने वाले रास्ते की विस्तृत जानकारी, जिसे कंप्यूटर या मोबाइल की भाषा में मार्गदर्शन कहा जाता है। आधुनिक युग में, गूगल नेविगेशन ने कागजी नक्शों और मौखिक दिशा-निर्देशों की जगह ले ली है। यह विशेष नेविगेशन सेवा प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र के प्रमुख स्थलों की जानकारी प्रदान करेगी, जिसमें प्रमुख सड़कों, धार्मिक स्थलों, घाटों और अखाड़ों की जानकारी शामिल होगी।
अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी के अनुसार, गूगल ने आज तक किसी अस्थायी कार्यक्रम के लिए नेविगेशन की सुविधा नहीं दी थी। लेकिन महाकुंभ की विशालता और लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए गूगल ने अपनी पॉलिसी बदली है। इस निर्णय से महाकुंभ के दौरान आने वाले करीब 45 करोड़ से अधिक देसी और विदेशी श्रद्धालु आसानी से अपने गंतव्यों तक पहुंच सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तकनीकी उपयोग पर जोर दिया है। गूगल नेविगेशन की यह सुविधा उनके इस विजन के अनुरूप है। श्रद्धालु अपने मोबाइल पर गूगल मैप की मदद से अपने गंतव्य का पूरा नेविगेशन प्राप्त कर सकेंगे। इससे संगम तट, खास अखाड़ों और मंदिरों तक पहुंचना सरल और सहज हो जाएगा। गूगल नेविगेशन की मदद से किसी विशेष संत तक भी आसानी से पहुंचा जा सकता है, जिससे महाकुंभ का अनुभव और भी अद्भुत बन जाएगा।