प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर शुभकामनाएं देते हुए देशवासियों को संदेश दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा…
राम मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की धरोहर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राम मंदिर सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष का प्रतीक है। यह न केवल भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का परिचायक है, बल्कि यह हमारी ऐतिहासिक धरोहर को भी संरक्षित करता है। उन्होंने इसे भारतीय सभ्यता की महान उपलब्धि बताया।
विकसित भारत के संकल्प का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि अयोध्या में राम मंदिर न केवल आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि यह विकसित भारत के सपने को साकार करने में प्रेरणा का स्रोत भी होगा। उन्होंने कहा कि यह मंदिर नई पीढ़ी को भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का काम करेगा।
सदियों का संघर्ष हुआ साकार
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में उन अनगिनत लोगों को याद किया जिन्होंने इस ऐतिहासिक मंदिर के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने इसे त्याग, तपस्या और संघर्ष का परिणाम बताया और इसे हर भारतीय के गर्व का प्रतीक बताया।
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की यह वर्षगांठ न केवल आस्था का उत्सव है, बल्कि यह भारतीय समाज की एकता और अखंडता का भी संदेश देती है।