प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान कर मां गंगा का पूजन किया। केसरिया वस्त्र धारण किए पीएम मोदी ने मंत्रोच्चार के बीच आस्था की डुबकी लगाई और परिक्रमा कर गंगा को नमन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे।
त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना और स्नान
प्रधानमंत्री मोदी ने संगम में स्नान करने से पहले रुद्राक्ष की माला धारण की और विधि-विधान से मां गंगा की पूजा की। मंत्रोच्चार के साथ उन्होंने परिक्रमा की और सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान उन्होंने गंगा को दूध अर्पित किया और साड़ी चढ़ाकर अपनी श्रद्धा प्रकट की।
हनुमान मंदिर दर्शन नहीं कर सके पीएम मोदी
संगम तट पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हनुमान मंदिर और अक्षय वट के दर्शन नहीं कर सके। हालांकि, उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात करने की संभावना जताई है।
योगी आदित्यनाथ भी रहे मौजूद
प्रधानमंत्री मोदी के इस आध्यात्मिक सफर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ रहे। पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान करीब ढाई घंटे प्रयागराज में रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संगम स्नान न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा को भी दर्शाता है। महाकुंभ के इस पावन अवसर पर पीएम मोदी की उपस्थिति ने धार्मिक उत्साह को और बढ़ा दिया है।
पीएम की मौजूदगी में भी चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नान
प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे। पीएम मोदी के आगमन के बावजूद लोगों को स्नान करने से रोका नहीं गया था। वीवीआईपी मूवमेंट के बाद भी कहीं कोई गतिरोध उत्पन्न नहीं हुआ और एक तरह से पीएम मोदी और अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ ही त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इससे श्रद्धालु भी प्रसन्न नजर आए और संगम तट पर लाखों लोगों की मौजूदगी में हर हर गंगे और मोदी-मोदी के जयकारे गुंजायमान होते रहे।
उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुम्भ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में कहीं कोई दिक्कत नहीं आ रही है। इसी का नतीजा है कि मात्र 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ श्रद्धालु संगम में पावन डुबकी लगा चुके हैं।
13 दिसंबर को पीएम मोदी ने की थी कई परियोजनाओं की शुरुआत
इससे पूर्व पीएम मोदी ने महाकुम्भ की शुरुआत से एक माह पूर्व 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी। इसमें यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और डेवलपमेंट के साथ-साथ आरओबी फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की प्रमुख परियोजनाएं सम्मिलित थीं। इसके अतिरिक्त, स्थायी घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल सुविधाओं के साथ विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था।
यही नहीं, पीएम मोदी ने अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी शुभारंभ किया था। इन परियोजनाओं और कॉरिडोर के शुभारंभ का उद्देश्य न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ के अनुभव को यादगार बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को प्रगति की नई दिशा दिखाना भी था।