UP Politics: यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव प्रस्तावित हुआ है। जिसके मद्देनजर प्रियंका गांधी सपा और कांग्रेस पार्टी की बैठक कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनके साथ इस भूमिका में डिंपल यादव भी सहयोग दे रही हैं।
यूपी में आम चुनाव 2024 के बाद 10 विधानसभा सीटें खाली हो गई थी ऐसे में इन सीटों पर आगामी दिनों में चुनाव होना है। ऐसे में कांग्रेस और सपा हाईकमान के बीच लगातार अहम बैठक हो रही है। एक अंग्रेजी राष्ट्रीय अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट के अनुसार यह दावा किया गया है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पिछले हफ्ते अपने आवास पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रायबरेली से सासंद राहुल गांधी के बीच बैठक कराई थी।
आम चुनाव 2024 के चुनाव में सपा और कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को यूपी में मात देने में कामयाबी हासिल की थी। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अखिलेश और राहुल गांधी के बीच कोई करीबी संबंध नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार यह बात सामने आ रही है कि दोनों के बीच करीबी रिश्ते न होने से विपक्षी इसका फायदा उठाने के फिराक में हैं। जिसका मुख्य कारण आम चुनाव जीत के बाद श्रेय लेने की होड़ को समझा जा रहा है। वहीं दोनों दलों ने आगामी विधानसभा उपचुनाव 2027 में एक साथ लड़ने का फैसला लिया है।
सूत्रों की बात यदि माना जाए तो, प्रियंका गांधी को लगता है कि गठबंधन लंबे वक्त तक बना रहे ऐसे में दोनों के बीच के अंतर को खत्म करने की आवश्यकता है। इसीलिए प्रियंका ने अखिलेश यादव, उनकी पत्नी और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव के साथ अपने भाई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को अपने आवास पर चाय के लिए बुलाया था। इस बैठक के संदर्भ में जानकारी के अनुसार प्रियंका ने अखिलेश से कहा है कि दोनों दलों के बीच स्वाभाविक तालमेल है और दोनों ही नेताओं को और अधिक चर्चा के साथ बेहतर समझ स्थापित करने की जरूरत है।
वहीं अखिलेश ने प्रियंका से सहमति जताते हुए कहा कि कांग्रेस को उनके साथ अधिक पारदर्शी होना चाहिए और यूपी के बारे में एकतरफा फैसले लेने से बचना चाहिए। राहुल और प्रियंका ने भी सपा के साथ बेहतर बातचीत का आश्वासन दिया। अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राहुल ने कांग्रेस महासचिव और सपा की तरफ से किसी एक नेता के बीच बातचीत पर जोर दिया है। हालांकि अखिलेश ने कहा कि जरूरी फैसलों पर कमरे में मौजूद चार लोगों के बीच ही चर्चा हो तो अच्छा है।