योगी सरकार फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चला रही है। अभियान की शुरुआत गुरुवार 10 अगस्त से हुई है, जिसका समापन 28 अगस्त को होगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि दवा खाकर सरकार के इस अभियान में सहयोग करें। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक इस अभियान को लेकर काफी संवेदनशील हैं।
फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के अभियान को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य और विकास जैसे महत्वपूर्ण लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए लगातार प्रयत्नशील है। भारत सरकार के 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर वर्चुअली प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियों की जानकारी दी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार आज से 27 जनपदों में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम की शुरुआत कर रही है। इसके तहत लोगों को फाइलेरियारोधी दवाएं खिलाई जाएगी। ये दवाएं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर और बूथों के माध्यम से खिलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह अभियान 28 अगस्त तक चलाया जाएगा।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा सहित विभागीय अधिकारियों ने स्वयं भी फाइलेरिया की दवा खाई। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि इस बीमारी का प्रभाव जनता के स्वास्थ्य और विकास से सीधे जुड़ा है। फाइलेरिया से संक्रमित होने के बाद रोगी का पूरा जीवन दर्द और कठिनाई से बीतता है। कार्यक्रम में मिशन निदेशक एनएचएम पिंकी जोवेल सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।
लखनऊ से संवाददाता फैज अहमद की रिपोर्ट।