1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Mahakumbh 2025: कुंभ पर सवाल उठाना सनातन धर्म पर हमला, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि

Mahakumbh 2025: कुंभ पर सवाल उठाना सनातन धर्म पर हमला, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि

अखिलेश यादव द्वारा कुंभ पर सवाल उठाने को लेकर आचार्य महामंडलेश्वर निरंजन अखाड़ा स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुंभ पर सवाल खड़ा करना केवल एक धार्मिक आयोजन पर टिप्पणी नहीं, बल्कि हिंदू और सनातन धर्मावलंबियों पर सीधा हमला है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
Updated:
Mahakumbh 2025: कुंभ पर सवाल उठाना सनातन धर्म पर हमला, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि

अखिलेश यादव द्वारा कुंभ पर सवाल उठाने को लेकर आचार्य महामंडलेश्वर निरंजन अखाड़ा स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुंभ पर सवाल खड़ा करना केवल एक धार्मिक आयोजन पर टिप्पणी नहीं, बल्कि हिंदू और सनातन धर्मावलंबियों पर सीधा हमला है।

कुंभ पर उठे सवाल: आचार्य कैलाशानंद गिरि का पलटवार

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुंभ मेले को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कुंभ में करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद, अब लोग वहां पैसे खोजते नजर आ रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि जो लोग कुंभ पर प्रश्न उठा रहे हैं, वे वास्तव में सनातनियों और हिंदुओं के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कुंभ में करोड़ों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं, जिससे यह साबित होता है कि सनातन धर्म को लेकर लोगों में फिर से जागरूकता बढ़ रही है। उन्होंने इसे हिंदू समाज की एकता और शक्ति का प्रतीक बताया।

कोरोना और कुंभ पर टिप्पणी गलत

महामंडलेश्वर जी ने 2021 के हरिद्वार कुंभ को लेकर अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान पर भी आपत्ति जताई। अखिलेश ने कहा था कि हरिद्वार कुंभ से कोरोना वायरस फैला था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि कुंभ में स्नान करने से लोग पवित्र होते हैं, अपवित्र नहीं। उन्होंने कहा कि जो लोग कुंभ पर प्रश्न उठा रहे हैं, वे स्वयं सनातन धर्म के लिए एक “वायरस” की तरह हैं।

महामंडलेश्वर की उपाधि पर उठे सवाल बेबुनियाद

महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने उन आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा था कि महामंडलेश्वर की उपाधि पैसे देकर दी जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उपाधि साधु-संतों और धर्मगुरुओं की योग्यता और धर्म सेवा के आधार पर दी जाती है। उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान आम श्रद्धालुओं और साधु-संतों के लिए भोजन और व्यवस्थाओं का खर्च श्रद्धालु स्वेच्छा से दान करते हैं, इसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं होती।

कलकी धाम मंदिर निर्माण में सहयोग का आह्वान

संभल में भगवान कलकी के मंदिर निर्माण को लेकर महामंडलेश्वर ने कहा कि सभी हिंदू और सनातनी को इस पवित्र कार्य में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान कलकी, श्रीकृष्ण का आगामी अवतार हैं, जिनका जन्म संभल में होना है।

उन्होंने अपील की कि हर हिंदू को कम से कम ₹1 और एक शीला (ईंट) दान देकर इस मंदिर निर्माण में भाग लेना चाहिए। उन्होंने इसे हिंदू समाज की एकजुटता का प्रतीक बताया और देशवासियों से भगवान कलकी के मंदिर निर्माण में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...