कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 29 और 30 अप्रैल को रायबरेली और अमेठी के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह न सिर्फ अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली का दौरा करेंगे, बल्कि पड़ोसी जिले अमेठी में भी कार्यकर्ताओं से संवाद और विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। उनके दौरे को कांग्रेस की संगठनात्मक मजबूती और आगामी उत्तर प्रदेश चुनावों के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
पहली बार रायबरेली सांसद के रूप में करेंगे औपचारिक दौरा
राहुल गांधी पहली बार रायबरेली से सांसद बनने के बाद क्षेत्र का औपचारिक दौरा कर रहे हैं। इससे पहले वह अमेठी से सांसद रहे थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी नेता स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था। रायबरेली में इस बार उन्होंने भारी मतों से जीत दर्ज की है, जिससे क्षेत्र की जनता की उनसे उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरे में राहुल गांधी कई विकास योजनाओं का उद्घाटन और निरीक्षण करेंगे, जनता से सीधा संवाद करेंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी चुनावी रणनीति पर भी चर्चा करेंगे।
रायबरेली कांग्रेस का पारंपरिक गढ़
रायबरेली कांग्रेस का पारंपरिक गढ़ रहा है। यहां से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, फीरोज गांधी और हाल ही में सोनिया गांधी सांसद रह चुकी हैं। अब राहुल गांधी इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके इस दौरे को कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने, जमीनी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने और जनता से सीधे जुड़ाव बनाने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आगामी चुनावों के लिए होगी रणनीति तैयार
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी इस दौरे में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विशेष बैठकें कर सकते हैं। इन बैठकों में आगामी 2027 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और अन्य स्थानीय चुनावों के लिए संगठन की तैयारियों और रणनीतियों पर चर्चा होगी। साथ ही क्षेत्र में पार्टी के विस्तार और जनता के बीच विश्वास बढ़ाने की योजनाओं पर भी बात होगी।
प्रशासन ने कसी कमर, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। कार्यक्रम स्थलों की साफ-सफाई, यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि राहुल गांधी के कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
जनता से संवाद के जरिए साधेंगे राजनीतिक जमीन
राहुल गांधी का यह दौरा केवल औपचारिकता तक सीमित नहीं रहेगा। वह जनता के बीच जाकर सीधे संवाद करेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और कांग्रेस की नीतियों को लेकर अपना विजन साझा करेंगे। जानकारों का कहना है कि इस दौरे के जरिए राहुल गांधी जनता के बीच अपनी सक्रियता को स्थापित करने और कांग्रेस के लिए राजनीतिक जमीन तैयार करने की कोशिश करेंगे।