उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा पर राजनीति जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी दिल्ली से संभल के लिए रवाना हुए थे, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर उनका काफिला रोक दिया गया।राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का काफिला दिल्ली से संभल जाने के लिए निकला था, ताकि वे हिंसा से प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर सकें।
हालांकि, जैसे ही उनका काफिला गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा, पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उसे रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
इस बीच राहुल गांधी अपनी गाड़ी से बाहर निकले और गेट पर खड़े हो गए। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता गुस्से में दिखे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से सवाल किया कि यदि संभल में स्थिति सामान्य है, तो फिर काफिले को क्यों रोका जा रहा है। उनका कहना था कि पुलिस का पहरा समझ से परे है। इसी बीच, कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़कर अपना विरोध प्रदर्शन करने लगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक की गंभीर समस्या पैदा हो गई। वाहनों की लंबी कतारें सड़कों पर देखी गईं और यात्री अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए जाम में फंसे रहे।
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें रोका जा रहा है और अगर प्रशासन नहीं चाहता कि हम आगे बढ़ें, तो हमें डिटेन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सैकड़ों कार्यकर्ता यहां जमा हैं।
पुलिस प्रशासन की तरफ से गाजियाबाद में सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे। बैरिकेडिंग और सख्त जांच के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और एनएच-9 पर ट्रैफिक धीमा हो गया, जिससे जाम की स्थिति और बिगड़ गई है।
This Post is written by Abhijeet Kumar yadav