उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में हो रही बारिश गरीबों के लिए उनके ऊपर कहर बनके टूट रही है। इस बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान उन गरीबों का किया है जो वास्तविकता में प्रधानमंत्री आवासों के पात्र है।
आवास बांटने में हुए भ्रष्टाचार की यह गिरे हुए मकान पोल खोल रहे हैं। इस बारिश में मकान के गिरने से किसी ने अपना बेटा खोया है किसी ने अपना परिवार खोया है किसी ने अपना रिश्तेदार खोया है। किसी किसी ने अपना पूरा आशियाना खोकर खुले आसमान के नीचे पल्ली तान रहने को मजबूर हो गए है।
मैनपुरी करहल विकासखंड क्षेत्र के गांव नगला धारा में नगर निगम की पोल खुल गई है। जहां के निवासी दलित उमेश चंद धोबी का मकान बीती रात हुई बारिश से धराशाई हो गया। इंटर कॉलेज की दीवार गिरने से मोहल्ले के लोगों का काफी नुकसान हो गया।
सूचना मिलने के बाद नगर अध्यक्ष एवं एसडीएम मौके पर पहुंचे वही स्थानीय लोगों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। कुछ लोग तो पॉलिथीन तान कर निवास कर रहे हैं। जहां देखों वहां चारों तरफ पानी ही पानी भर गया है। खाने पीने का सारा सामान नष्ट हो गया है। बारिश के कारण खाने बनाने की भी जगह आसपास कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
इस दौरान एसडीएम नीरज द्विवेदी ने कहा कि आज सुबह एक परिवार की छत टूट गई है हालांकि किसी को जन हानी नहीं हुई लेकिन हम जांच पड़ताल कर रहे हैं।
हालांकि अब गरीब परिवारों को प्रशासन ने चार-चार लाख रुपए का चेक देकर बारिश से मिले जख्मों पर कुछ मलहम लगाने का काम किया है। लेकिन लोगों का कहना है कि ऐसे रुपए का भी क्या काम जो अपनों को खोने के बाद उनको मिल रहा है। फिलहाल इस बारिश की आफत से मैनपुरी के जिले में कच्चे मकानों के गिरने से गरीबों का काफी नुकसान हुआ है।