बिजनौर में सरकारी गल्ले की दुकान में राशन डीलर का घोटाले का मामला सामने आया है जहां राशन डीलर सरकार के आदेशों की उड़ा रहा हैं खुलेआम धज्जियां। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश के बावजूद भी 5 किलो की बजाय दे रहे हैं गरीबों को 4 व 4:50 किलो राशन।
मीडिया के सामने क्रांति देवी का पुत्र जीवन जो राशन वितरण करता है। खुद ही कबूल रहा है की वो प्रति यूनिट 4 किलो 500 ग्राम राशन देता है। इसका एक मामला गोवर्धनपुर से है जहां नाबका निवासी ग्रामीणों ने राशन डीलर के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा है।
जनपद बिजनौर के थाना कोतवाली अफजलगढ़ के ग्राम गोवर्धनपुर उर्फ नाबका निवासी इकरामुद्दीन पुत्र मोहम्मद हनीफ एवं ग्राम वासियों ने राशन डीलर के विरुद्ध सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक शिकायती पत्र भेजकर राशन डीलर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
शिकायतकर्ता इकरामुद्दीन एवं ग्राम वासियों का कहना है कि राशन डीलर क्रांति देवी का पुत्र जीवन राशन वितरण करता है। जो की ग्राम वासियों को दो बार आवंटित कोटे पर बुलाता है। पहली बार में 5 किलो प्रति यूनिट के हिसाब से तोल करके ग्राम वासियों से राशन मशीन पर फिंगरप्रिंट लगवाता है और फिर कुछ दिन बाद दूसरी बार बुलाकर 4 किलो 500 ग्राम प्रति यूनिट के हिसाब से डिजिटल काँटा से राशन तौल कर देता है जिसकी वीडियो क्लिप प्रार्थी के पास सुरक्षित है।
जब भी कोई व्यक्ति शिकायत करने के लिए कहता है तब राशन डीलर का पुत्र जीवन उसका राशन कार्ड कटवा देने की धमकी देता है और उसको राशन भी नहीं देता है। ग्राम वासियों का कहना है कि जब सरकार की ओर से एक ही तोल मशीन उपलब्ध कराई गई है जिसमें प्रति यूनिट 5 किलोग्राम राशन पर्ची के हिसाब से आता है तो फिर राशन डीलर के पुत्र जीवन द्वारा दूसरी तोल मशीन का रखने का क्या मतलब है।
अगर कोई भी ग्राम वासी राशन डीलर के विरुद्ध कार्यवाही की बात कहता है या करता है तो राशन डीलर का पुत्र जीवन उसका राशन कार्ड निरस्त कराने की धमकी देता है। इसी कारण पशिकायतकर्ता इकरामुद्दीन एवं ग्राम वासियों ने एक शिकायती पत्र सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के नाम भेजा है।
जिसमें उन्हें सरकार एवं योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है की उपरोक्त राशन डीलर के विरुद्ध कड़े कानूनी कार्रवाई तथा उपरोक्त राशन डीलर का आवंटित कोटा निरस्त किया किए जाने की मांग की है।
जिससे सभी ग्राम वासियों को पूर्ण रूप से सरकार द्वारा दिए जा रहे राशन का हिस्सा मिल सके और गरीब बेसहारा लोगों के घर का राशन का खर्च पूरा हो सके। हमारी केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि देश में कोई भी गरीब और बेसहारा रोटी के बिना भूखा ना मारे।
इसीलिए केंद्र सरकार ने मुफ्त राशन योजना वितरण कार्यक्रम प्रति माह सुचारू रूप से चला रखा है। केंद्र सरकार और यूपी सरकार को राशन डीलर बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार द्वारा योजना चलाई जाती है पर गरीबों तक वह योजना पूरी नहीं पहुंच पाती डॉलर की मनमानी से ग्रामीण परेशान हैं।