उत्तर प्रदेश में राशन दुकानों को अब आधुनिक दुकानों (मॉडर्न शॉप) के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस योजना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इन दुकानों को ‘अन्नपूर्णा भवन’ के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां सिर्फ राशन ही नहीं, बल्कि अन्य आवश्यक घरेलू सामान भी उचित दर पर उपलब्ध होंगे।
राशन के साथ मिलेगी अन्य सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राशन दुकानों पर साबुन, तेल और अन्य दैनिक जरूरतों से जुड़ी वस्तुएं भी बेची जा सकेंगी। हालांकि, नशीले पदार्थों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, इन दुकानों को कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में भी विकसित किया जाएगा, जिससे लोग बिजली के बिल जमा कर सकेंगे और अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
फेयर प्राइस शॉप संचालकों की होगी अतिरिक्त आय
इस योजना के तहत फेयर प्राइस शॉप (राशन दुकानों) के संचालकों को अतिरिक्त आय के अवसर भी मिलेंगे। सरकार इन दुकानों के पीछे छोटे वेयरहाउस (गोदाम) भी बनाएगी, जिससे दुकानदार गांव की जरूरतों के हिसाब से सामान स्टॉक कर उचित मूल्य पर बेच सकेंगे।
2000 से अधिक दुकानों का आधुनिकीकरण अंतिम चरण में
सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश में 2000 से अधिक राशन दुकानों का आधुनिकीकरण कार्य अंतिम चरण में है। सरकार इस योजना को तेजी से आगे बढ़ा रही है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आवश्यक वस्तुएं सुलभ और उचित दरों पर मिल सकें।
स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीणों को मिल रहे अधिकार पत्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत गांव में रहने वाले लोगों को उनके घरों और संपत्तियों के मालिकाना हक के अधिकार पत्र दिए जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों को अपनी संपत्ति का स्वामित्व मिल रहा है और वे अपने घरों का कानूनी उपयोग कर सकेंगे।
राशन वितरण में पारदर्शिता और गरीबों को राहत
सीएम योगी ने कहा कि पहले गरीबों को राशन मिलने में परेशानी होती थी और घटतौली की शिकायतें आम थीं। लेकिन अब सरकार ने राशन वितरण को पूरी तरह पारदर्शी बना दिया है। 15 करोड़ से अधिक लोगों को उत्तर प्रदेश में राशन की सुविधा मिल रही है, जो कोरोना महामारी के बाद से पिछले पांच वर्षों से लगातार जारी है।