लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) शहर के 11 प्रमुख चौराहों की री-मॉडलिंग पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस परियोजना में चौराहों की रोटरी और आईलैंड को नए सिरे से डिज़ाइन करने के साथ-साथ यातायात सुगमता के लिए कई उपाय किए जाएंगे। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देशन में चौराहों के सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है।
चौराहों की री-मॉडलिंग में ट्रैफिक सिग्नल, विद्युत पोल, बूथ आदि को यातायात के मार्गदर्शन के लिए प्रत्यावर्तित किया जाएगा। इसके साथ ही अवैध अतिक्रमण और पार्किंग को हटाने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
परियोजना के तहत रोटरी और आईलैंड को इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) के मानकों के अनुसार विकसित किया जाएगा। सुरक्षा और यातायात सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, पीक आवर्स में भी सुगम यातायात सुनिश्चित किया जाएगा।
लखनऊ विकास प्राधिकरण की इस पहल का उद्देश्य शहरवासियों को दशकों पुरानी ट्रैफिक जाम की समस्या