आगरा मथुरा आयुक्त कार्यालय के लघु सभागार में मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण की 103वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। बैठक के आरंभ में पिछली बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुपालन की समीक्षा की गई।
रूक्मणी विहार आवासीय योजना में अधिग्रहित गाटाओं के अतिरिक्त भूमि पर विकास कार्य किया गया था। डीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी को इस पर बिना अधिग्रहण और आवासीय योजना के तहत कार्रवाई करने के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए। साथ ही, निर्माण/विकसित कॉलोनियों को नगर निगम में हस्तांतरित करने की प्रक्रिया की समीक्षा की गई। जिन कॉलोनियों का विकास कार्य पूरा नहीं हुआ, उनकी ईडीसी जब्त करने और कार्य में देरी पर रेरा पंजीकरण निरस्त करने के निर्देश दिए गए।
प्राधिकरण द्वारा 343 स्थलों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्थापित हुई है, जबकि 101 स्थलों पर कार्य शेष है। देरी पर एफडीआर जब्त करने के संकेत दिए गए। गोवर्धन में गोल्फकार्ट संचालन के लिए पुनः निविदा जारी करने के निर्देश दिए गए और अवैध निर्माण के खिलाफ ड्रोन सर्वे करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। सभी वैध/अवैध कॉलोनियों की सूची तैयार करने के आदेश भी दिए गए।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अंतिम बैलेंसशीट प्रस्तुत की गई। प्राधिकरण को पूंजीगत और राजस्व आय में क्रमशः 74 करोड़ और 28 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ है। भवन निर्माण उपविधि के अंतर्गत विभिन्न सुधारों पर विचार कर सरकार से अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए।
नगर पंचायत बरसाना की सीमाओं और अतिरिक्त ग्रामों की प्राधिकरण सीमा में सम्मिलित करने पर सहमति व्यक्त की गई। भारतीय तार मार्ग के अधिकार नियम में संशोधन को स्वीकृति दी गई। हनुमत विहार और गोविंद विहार योजनाओं में नवीन ग्रुप हाउसिंग और संस्थान भूखंड के आवंटन पर भी चर्चा की गई।
बैठक में प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं का विस्तृत समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को योजनाओं के निर्माण और क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त विकास कार्य ही प्राथमिकता होगी।