UP Loksabha Election 2024: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और RLD के प्रमुख जयंत चौधरी के बीच आम चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे दोनों तरफ से जमकर जुबानी तीर एक पक्ष से दूसरे पक्ष की तरफ छोड़े जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कई दिनों से दोनों नेता अपने प्रत्येक रैली में जुबानी हमला कर रहे हैं। तो अब जयंत चौधरी ने भी पीछे न रहते हुए और पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव गठबंधन के माध्यम से हमें दबा देना चाहते थे।
मुरादाबाद में चुनाव प्रचार के दौरान लगाया बड़ा आरोप
आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी कल मुरादाबाद में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव से आपके पारिवारिक संबंध थे, जिसपर जयंत चौधरी ने तंज के रूप में कहा कि- अब वह एक-एक रूपये का मुल्य बताने में लगे हैं। तब आगे प्रश्न पूछा गया कि क्या उनके पारिवारिक संबंधों में इससे कोई खटास आने की संभावना है। तब जयंत चौधरी ने कहा कि, ‘यह राजनीति है सबके एक-दूसरे के साथ संबंध तो रहते ही हैं।’
सपा से क्यों तोड़ा गठबंधन
उनसे जब पूछा गया कि उन्होंने इस गठबंधन को क्या तोड़ा तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, ‘संसदीय लोकतंत्र की यह पुरानी परंपरा रही है कि सदन के अंदर हमलोग एक-दूसरे से सवाल करते हैं और उसका विरोध भी कर सकते हैं। पर सदन की कार्यवाही के बाद, बाहर की दुनिया में हमारी मानवता और इंसानियत जिंदा रहती है। हम एक-दूसरे की इज्जत भी करते हैं। मेरे नजरिये में पहले की तरह ही संबंध बने रहेंगे। सब लोग अपने तरीके से राष्ट्र के लिए समर्पित रहते हैं। फिर आगे उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हमें दबा देना चाहते थे, इसलिए हमने मजबूरन गठबंधन तोड़ा है और इस बात की खुशी है कि हमलोग अब अच्छी जगह हैं।’
भाईचारा जिंदाबाद के नारे को और बुलंदी की ओर लेकर जाना है
जयंत चौधरी भाईचारे पर कहा कि, ‘भाईचारा जिंदाबाद का नारा जो हम लेकर अपने साथ चले हैं, उसी नारे को और बुलंदी की तरफ लेकर जाना हमारी प्राथमिकता है ताकि विकास से कोई भी बचा न रह जाए। हम सभी एक साथ मिलकर, एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह संकल्पित हैं। हम यह जानते हैं कि आने वाली 19 अप्रैल को यही उत्साह और जोश हमें मतदान केंद्रों पर भी वोटरों में दिखेगा।’