Irrigation Department negligence: सिचाई विभाग की लापरवाही से टूटी सड़क, जलमग्न हुए खेत खलिहान! राजवाहे में अत्यधिक पानी छोड़े जाने से पानी के तेज बहाव में बही सड़क खेतों में घुसा पानी, ग्रामीणों में रोष। SDM सदर ने मौके पर पहुंचकर पानी रुकवाया और सड़क कराई ठीक, किसानो के नुकसान का भी किया आकलन।
जनपद मुजफ्फरनगर के थाना चरथावल क्षेत्र अंतर्गत बिरालसी -लालूखेड़ी राजवाहा मार्ग की है। जहां महीनो से बन्द पड़े राजवाहे में अचानक आये भारी जल प्रवाह से नई नवेली सड़क पानी के तेज बहाव में धाराशाही हो गई और देखते ही देखते राजवाहे का पानी किसानो के खेतों में चला गया। अचानक राजवाहा टूटने और खेतों में भारी जल प्रवाह घुसने की सूचना से मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई तो वहीं सूचना पाकर किसान यूनियन नेता विकास शर्मा भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और फिर यह सूचना स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों सहित एसडीएम सदर भी मिली।
सूचना मिलते ही अधिकारी पहुंचे
सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं स्थानीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एसडीएम सदर मौके पर पहुंची और किसी तरह रजवाहे को बंद करा टूटी हुई सड़क में मिट्टी आदि डलवा मार्ग को सुचारू कराया है यहां पहुंची एसडीएम ने बताया कि पानी के तेज बहाव के चलते सड़क बह गई है और रजवाहे का पानी किसानों के खेतों में चला गया है। किसानों के खेतों के हुए नुकसान का आकलन भी कराया जाएगा और जांच उपरांत शासन स्तर को मामले की रिपोर्ट भी प्रेषित की जाएगी वहीं मौके पर एकत्रित हुए किसानों ने सिंचाई विभाग सहित पीडब्ल्यूडी विभाग पर बड़ी लापरवाही का आरोप भी लगाया है।
वीडियो वायरल होने के बाद घटना स्थल पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
किसानो की माने तो इस मार्ग को अभी जल्द ही में PWD द्वारा निर्मित किया गया था। वहीं महीनो से बन्द पड़े राजवाहे में आये भारी जल प्रवाह ने तोड़ दिया है आपको बता दे कि इस सड़क के धसने का लाइव वीडियो सोशल मिडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है, वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम ने भी घटना स्थल पर पहुँच कर नहर के कटाव को बंद करने का काम शुरु कर दिया है।
शनिवार को चरथावल ब्लॉक में स्थित कल्लरपुर नहर में से ज्यादा पानी आने के चलते बिरालसी से लालू खेड़ी जाने वाले मार्ग की सड़क पानी के तेज बहाव में अचानक से धस गई। सड़क की जमीन का बड़ा हिस्सा पानी में समा जाने के बाद स्थानीय किसानों की सैकड़ो बीघा फसल भी जलमग्न हो गई। इस घटना के दौरान कुछ ग्रामीणों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद आनन-फानन में एसडीएम सदर निकिता शर्मा आपदा प्रबंधन की टीम को लेकर मौके पर पहुंची जिसके बाद नहर के कटान को बंद करने का काम शुरू किया गया।
कुछ दिन पूर्व बनी सड़क बही
बताया जा रहा है कि इस नहर में दो दिन पूर्व ही पीछे से पानी छोड़ा गया है और आज जो ये सड़क जमींदोज हुई है इसे भी कुछ दिन पूर्व ही पीडब्ल्यूडी के द्वारा बनाया गया था खेतों में पानी के चलते बर्बाद हुई किसानों की फसल को लेकर भी जिला प्रशासन के द्वारा जांच के बाद उचित मुआवजा देने की बात कही जा रही है।
रोस्टर के हिसाब से छोड़ा जाता है पानी
वहीं इस घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए जहां एसडीएम सदर निकिता शर्मा ने बताया कि आज यह कल्लर पुर रजवाहे वाली नहर के बहाव की वजह से यहां से आप देख भी रहे हैं सड़क टूट गई है तो अभी पीछे से पानी बंद करवा दिया गया है और पानी जैसे ही बंद हुआ है तो बचाव कार्य के लिए सिंचाई विभाग व पीडब्ल्यूडी की टीम द्वारा कट्टे भरवा कर एज ए बैरियर रखवाए जा रहे हैं, जो अभी नुकसान प्रथम दृष्टियता लग रहा है हम इसका दोबारा आकलन भी कराएंगे एवं जो भी नुकसान है उसकी अच्छे से जांच होगी।
पानी छोड़ने का ऊपर से सिस्टम होता है इसका एक रोस्टर होता है जिसकी ज्यादा जानकारी एक्शन सिंचाई विभाग को होती है और रोस्टर के हिसाब से ही पानी छोड़ा जाता है तो जैसे ऊपर से पानी अवेलेबल होता है उस आधार पर पानी छोड़ा जाता है और जब ऊपर पानी नहीं आता है तो रोस्टर के हिसाब से उसी मात्रा में पानी छोड़ा जाता है।
वहीं पानी का बहाव इतना तेज होता है कि इस पानी से सड़क या अन्य कोई चीज न टूटे और अगर ऐसी कोई विभाग में लापरवाही है तो उसको भी हम दिखाएंगे बाकी पानी का फ्लो है और ऊपर से पानी ज्यादा छूटेगा तो पानी कहीं ना कहीं जाएगा तो वह भी उसका एक कारण है।
क्षेत्रीय किसान नेता ने कहा कि ये विभाग की लापरवाही
क्षेत्रीय किसान नेता विकास शर्मा की माने तो यह पीडब्ल्यूडी और सिचाई विभाग की लापरवाही है और इन्हें अभी चार दिन पहले कहा गया था कि यहां गड्ढा हो रहा है। सड़क बैठ रही है इसकी जांच कर लो तो हमें भी मीठी गोली दे दी कि दोबारा रिपेयरिंग करेंगे। इसे पहले बैठ जाने दो तो हमें तो यह मीठी गोली देकर चलता कर दिया था, नहर में पानी छोड़ नहीं रहे थे पिछले डेढ़ महीने से अब परसों इन्होंने गुस्से में आकर यह पानी छोड़ा है। देख लो किसानों का कितना नुकसान हुआ है और इस पर तीन-तीन चार-चार फ़ीट पत्थर चढ़ गए हैं किसान का बुरा हाल हो रहा है जिससे किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है।
पहले सूखे की मार और अब बाढ़ की मार
पहले तो सूखे की मार थी अब यह नहर टूट गई इसकी मार हो गई, अब एसडीएम साहब इस मामले को देख रहे हैं और जितना किसानों का नुकसान हुआ है। इन सब का इन्हें मुआवजा देना पड़ेगा और सिचाई विभाग वाले अपनी तैयारी करें। सबसे बड़ी कमी यहां एक हो गई यहां हम लोग जिला मुजफ्फरनगर के बाशिंदे हैं और हमारे अधिकारी मुजफ्फरनगर बैठते हैं और इस नहर की अगर किसी अधिकारी से बात करें तो शामली जाओ और वे शामली वाले इतने बड़े जुगाड़ हैं वह निकलते नहीं है ऐसी रूम में बंद है।
उन्हें ऐसी से बाहर निकलना ही नहीं है तो उनकी तरफ से तो चाहे किसान डूबे यां सूखे में मरे उन्हें कोई लेना देना नहीं है यह नहर शामली अधिकारीयों से चलती है क्या किसान शब्द उनकी डिक्शनरी में है ही नही।
इस घटना के बारे में जहाँ स्थानीय ग्रामीण प्रमोद कुमार का कहना है कि हमने यहां आकर देखा की नहर के नीचे यह बम्बे लग रहे हैं जो लोगों ने लगा रखे हैं तों वहां को पानी रिसा और नहर टूट गई, इस रोड पर 10-12 गांव पड़ते हैं तो सब अचानक बंद हो गया जिससे यहां किसानों का बहुत
नुकसान है।
तो वहीं ग्रामीण गौरव कुमार की माने तो यह यहां पर बंबा दब रहा था आज कई महीने में पहली बार नहर चढ़कर आई है तो यह बंबा पहले रिसा और रिसने के बाद यह यहां पर टूट गया। तो इससे किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है।
सिंचाई विभाग की लापरवाही मान लो बस इन्हीं की लापरवाही से हुआ है, पूरी खरसाओ से अब नहर आई थी वहीं अब तक किसान इतने परेशान थे की कभी ट्रैक्टर लगा रहे थे और कभी पंपिंग सेट लगा रहे थे और अब चढ़कर चली थी तो आज ही यह टूट गई, इससे कई सो बीघा खेत भर जाएंगे जिससे बहुत नुकसान हो जाएगा, इसके जिम्मेदार नहरवाई वाले हैं।