यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर इन दिनों देश में काफी चर्चा है। वैसे तो यूसीसी लागू करने के लिए हमेशा से ही मांग उठती रही है। कई बार सुप्रीम कोर्ट ने भी इसको लेकर सरकार से सवाल किया है। लेकिन इस वक्त यूसीसी को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा इसलिए है कि पीएम मोदी ने भोपाल में आयोजित बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए इसका जिक्र किया।
पीएम मोदी ने हाल में भोपाल में आयोजित बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए यूसीसी की भी वकालत की। जिसके बाद से चारों तरफ इसकी चर्चा तेज हो गई है। गाजियाबाद में भी संतों ने यूसीसी के बारे में अपना अपना समर्थन रखा। संतों का साफ तौर पर यही कहना है कि यह कानून बहुत अच्छा है। क्योंकि एक राष्ट्र एक कानून होगा।
पूर्णिमा महोत्सव को लेकर इकठ्ठा हुए सभी संतों ने एक ही संदेश दिया कि राष्ट्र सुधरा रहे और हमरा राष्ट्र सदैव आगे बढ़े। इसके साथ ही संतों ने कहा कि शांतिपूर्ण सभी लोग रास्ते में समाजिक संस्कृति बनी रहे। भारत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसलिए हम सभी संत इकट्ठे हुए हैं।
गुरु मां कंचन गिरि का कहना है कि अगर हम हिंदुस्तान में रह रहे हैं तो एक कानून होना चाहिए। इस पर काम चल रहा है, और सब सभी संत भी प्रयास कर रहे हैं। जल्द से जल्द एक कानून और और जनसंख्या नियंत्रण भी कानून होना चाहिए। जिस तरीके से कोर्ट में सभी का एक यूनिफार्म होता है, उसी तरीके से देश में सभी लोगों के लिए एक कानून होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का यह सराहनीय कार्य है, सरकार को जल्द से जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए। सभी धर्म के लोगों को मिलकर रहना चाहिए जिस देश में हम रहते हैं। हमें उस देश का कानून मानना चाहिए, और उसको सर्वोपरि देखना चाहिए।