UP Politics: बलिया आम चुनाव से पहले सपा से प्रत्याशी सनातन पाण्डेय ने नारद राय के बयान के संदर्भ में कहा कि उनको इस विषय में कोई जानकारी नहीं हैं। लेकिन आप कह रहे है तो मैं मान लेता हूं कि वो पार्टी छोड़ भाजपा में चले गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ना न छोड़ना उनका व्यक्तिगत मामला हो सकता है सपा सबको सम्मान देने का काम करती है। वहीं सनातन पांडेय ने नारद के बारें में कहा कि नारद राय बीमार थे और वो मंच पर गए थे इसलिए उनको मंच की अगली पंक्ति में कुर्सी दी गयी थी।
उनसे मंच पर भाषण भी दिलवाया गया था और राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने उनका हाल चाल भी पूछा था। ये लोग पहले से ही दिमागी तौर पर तैयार थे कि हमलोग सपा के साथ नही रहेंगे। देश के जितने भी दो नंबर के कारोबारी है उनके लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक ऐसा वाशिंग मशीन बना दिया है कि वहां जाते ही दूध के धुले हो जाते है। वहीं रामइकबाल सिंह के सवाल पर कहा कि वो कभी समाजवादी रहे ही नहीं, वो तो अपने लाभ के लिए आए थे जब हम पीटे गए है तो आप भी पीटे गए है ऐसे में दोनो बात बराबर है। हां, हम चुनाव के काउंटिंग के दौरान पीटे गए और आप बाद में पीटे गए।
पार्टी उन्होंने क्यों छोड़ा यह उनका निजी मामला है राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया था। वो किसी जनता के द्वारा बनाए गए नहीं हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा नामित जिलाध्यक्ष है और राष्ट्रीय अध्यक्ष गठबंधन में शामिल हैं। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष पर उंगली उठाना ठीक उसी तरह है जैसे आप सूर्य को दीपक दिखा रहे हों। सपा को कोई झटका नही लगा है समाजवादी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मैदान में डटकर चुनाव लड़ रहा है ताकि बलिया में लोकतंत्र कायम हो सके।