प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के एक अन्य गुट ने धार्मिक आयोजनों के नामों में परिवर्तन किया है। पारंपरिक ‘पेशवाई’ का नाम बदलकर अब ‘कुंभ मेला छावनी प्रवेश यात्रा’ कर दिया गया है। इसी तरह, ‘शाही स्नान’ को अब ‘कुंभ अमृत स्नान’ के नाम से जाना जाएगा।
महत्वपूर्ण तिथियों का उल्लेख
परिषद द्वारा जारी आमंत्रण पत्र में 6 दिसंबर को ‘कुंभ छावनी भूमि पूजन’ का आयोजन बताया गया है। इसके अलावा, 22 दिसंबर को ‘धर्म ध्वजा मुहूर्त स्थापना’ की तारीख अंकित की गई है, जो कि आगामी धार्मिक गतिविधियों की योजना का हिस्सा है।
इस बदलाव का उद्देश्य धार्मिक आयोजनों को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना है, जिसमें सभी श्रद्धालुओं को एक नवीन अनुभव का अहसास कराया जाए।