Banaras Railway Station: रेल यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। रेलवे बनारस स्टेशन के 12 मीटर चौडे़ एफओबी(Free On Board) पर अब दुकानें खोलने जा रहा है। जिससे यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों को काफी लाभ मिलेगा। विदेशों के तर्ज पर बनने वाले 105 मीटर लंबे एफओबी का निर्माण का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
विदेशी तर्ज पर हो रहा FOB का निर्माण
जिस प्रकार से विदेशों में रेलवे स्टेशन के चौड़े फुटओवर ब्रिज (एफओबी) पर छोटे-छोटे स्टॉल और दुकानों का संचालन किया जाता है। उसी तर्ज पर पूर्वोत्तर रेलवे के बनारस स्टेशन पर भी दुकानें खोली जाएंगी। 105 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े एफओबी पर दुकानें खुलने से यात्रियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। उन्हें प्लेटफॉर्म पर समान के लिए लंबी भागदौड़ नहीं करनी होगी।
रेल अधिकारियों के अनुसार अमृत भारत योजना के अंतर्गत बनारस स्टेशन के प्रथम प्रवेश द्वार (प्लेटफॉर्म संख्या एक) को द्वितीय प्रवेश द्वार (प्लेटफॉर्म संख्या आठ) के पास स्थित यात्री हॉल से जोड़ने के लिए एफओबी का काम निर्माणाधीन है। प्लेटफॉर्म संख्या तीन और चार, पांच और छह पर पाइलिंग शुरू हो चुकी है। बनारस स्टेशन पर छह मीटर चौड़ा फुट ओवरब्रिज है।
इस तरह से होगा काम
105 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े एफओबी निर्माण के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या एक स्थित आरपीएफ बिल्डिंग को गिराया जाएगा। द्वितीय प्रवेश द्वार स्थित रिसेप्शन हॉल को आधा तोड़ा जाएगा। दोनों तरफ से एफओबी पर चढ़ने और उतरने के लिए सीढ़ी, एस्केलेटर प्रस्तावित हैं। यह एफओबी सभी प्लेटफॉर्म से लिंक होगा। सभी प्लेटफॉर्म पर चढ़ने और उतरने के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर की सुविधा रहेगी। बनारस स्टेशन से वंदेभारत, शिवगंगा एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ, बुंदेलखंड, बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट आदि प्रमुख ट्रेनें संचालित होती हैं।
बनारसी खानपान का जायका चखेंगे यात्री
रेल अधिकारियों के अनुसार एफओबी पर बनारसी जीआई उत्पाद, ओडीओपी संबंधित स्टॉल होंगे। ठंडई, मिठाइयां और अन्य रोजमर्रा से जुड़े हुए सामानों की दुकानें खोली जाएंगी। एफओबी बनने के बाद दुकानों की संख्या पर निर्णय लिया जाएगा।
क्या बोले अधिकारी
लवलेश राय, स्टेशन निदेशक, बनारस स्टेशन- अमृत भारत योजना के अंतर्गत स्टेशन पर FOB के निर्माण का काम शुरू है। पाइलिंग का काम चल रहा है। एफओबी पर छोटी-छोटी दुकानें भी खोलने का प्लान है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय उच्चाधिकारियों को लेना है। लवलेश राय, स्टेशन निदेशक, बनारस स्टेशन