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LS POlls 2024 UP: स्मृति की नसीहत, जीजा हो या साला अमेठी में हर वोटर मोदी का मतवाला

2024 Lok -Sabha Polls : Gandhi family scion Vadra may fight from Amethi , Asks Smrti to avoid making baseless remarks

2024 Lok -Sabha Polls : Gandhi family scion Vadra may fight from Amethi , Asks Smrti to avoid making baseless remarks

Noida : केंद्रीय मंत्री व अमेठी से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने रॉबर्ट वाड्रा पर तंज कसते हुए और उन्हें जीजा के नाम से सम्बोधित करते हुए कि वे यहां इसीलिए यहां जीजा जी आएंगे क्योंकि जीजा जी की नजर जगदीशपुर पर है । उन्होंने आगे यह भी नसीहत दे डाली कि जीजा जी आएंगे तो बाग के कागज छिपा लेना क्योंकि उनकी नजर पक्की है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा पर जुबानी हमला बोला है. जब उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अब जीजा जी को मांग रहे हैं, पहले साले साहब को मांग रहे थे .। जीजा हो या साला अमेठी में हर वोटर है मोदी का मतवाला, भैया भूल जाओ ।

उन्होंने आगे कहा कि जीजा जी यहां इसीलिए भी आ रहे हैं क्योंकि उनकी नजर जगदीशपुर पर है। वे यह भी कह रहते सुनायी देते हैं कि बीजेपी वाले आएंगे तो घर के कागज भी छिपा लेना क्योंकि जीजा जी की पक्की नजर है. उन्होंने यह भी कहने से गुरेज नहीं किया कि यह बात सौ फीसद सच है कि पीएम मोदी नहीं होते तो जगदीशपुर में आज ट्रॉमा सेंटर ना होता.और तो और वे अगर ना होते तो आज अयोध्या का नजारा ऐसा न होता।

यूपी में जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं स्मृति ईरानी

गौरतलब है कि स्मृति ईरानी जोर शोर से अमेठी में चुनाव प्रचार कर रही हैं. अपने प्रचार के दौरान उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस की तुलना लंका से की. उन्होंने कहा कि 20 मई को हमें प्रधानमंत्री मोदी को हनुमान बनाना है और कांग्रेस की भ्रष्ट लंका में पूंछ से आग लगानी है. बूथ पर जाकर कमल का बटन दबाना है और राष्ट्रभक्त मोदी को जिताना है।

2019 से पहले अमेठी की सीट को कांग्रेस परिवार का गढ़ माना जाता था

2019 के चुनाव में हारने से पहले राहुल गांधी ने लगातार तीन बार अमेठी का प्रतिनिधित्व किया था. इस सीट का प्रतिनिधित्व अतीत में उनके माता-पिता सोनिया गांधी और राजीव गांधी और चाचा स्वर्गीय संजय गांधी ने किया है और इसे कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने संसद में कभी भी अमेठी के मुद्दे नहीं उठाए और सांसद के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिला ।

 

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