आम चुनाव 2024 के परिणामों के बाद सपा और कांग्रेस यूपी में होने वाले उपचुनाव में भी गठबंधन करके चुनावी मैदान पर लड़ेंगे। इसका स्पष्ट संकेत दोनों ही नेताओं ने दे दिया है। इसी के साथ यूपी में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कांग्रेस भाजपा से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है। ऐसे में दोनों दलों के बीच जल्द ही सीटों का बटवारा भी हो सकता है।
यूपी विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा भी अपनी कमर कस चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 30 मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है तो वहीं भाजपा संगठन भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है। ऐसे में विपक्षी खेमा भी पीछे नहीं है वह भी उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से सक्रियता दिखा रहा है।
आम चुनाव 2024 के परिणामों से उत्साहित कांग्रेस व सपा उपचुनाव में भी एक साथ मैदान पर उतरकर राजनीतिक समीकरण को अपने ओर करने का प्रयास करेगी। इसके संकेत दोनों ही दल के नेता दे चुके हैं। ऐसे में दोनों दलों के बीच जल्द ही सीटों का बंटवारा हो सकता है, जिससे दोनों ही दल अपने हिस्से में आई सीटों पर गतिविधियों को बढ़ा सकें। उत्तर प्रदेश में विपक्षी INDI गठबंधन को और मजबूत बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में सपा को हिस्सेदारी देने के लिए भी तैयार है।
फिलहाल यूपी में 10 सीटों पर किसकी कितनी भागीदारी होने वाली है, इसे लेकर दोनों दलों के बीच बातचीत जारी है। जिस पर अंतिम मुहर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच बातचीत के बाद ही संभव है।
आम चुनाव 2024 में कांग्रेस से हाथ मिलाकर सपा 37 सीटें जीतने में कामयाब रही और देश में तीसरे नंबर की पार्टी बन गई। राजनीति में इतनी लंबी छलांग लगाने के बाद सपा, यूपी में अपनी जमीन पर जमें रहने के साथ ही दूसरे राज्यों में भी अपने विस्तार को लेकर उत्साहित नजर आ रही है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा ने जिस तरह से उपचुनाव को लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं उससे यह स्पष्ट है कि भाजपा किसी भी रूप में इन सीटों पर अपना प्रतिनिधित्व कायम करना चाहती हैं। ऐसे में पार्टी ने विपक्षी दलों में भी हलचल बढ़ा दी है।
कांग्रेस भी प्रदेश में लगातार अपनी सक्रियता बढ़ाने में लगी हुई है और उपचुनाव के माध्यम से कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने का प्रयास कर रही है। सपा भी अपनी सीटों को बचाए रखने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी हुई है।
यूपी में जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें से पांच सीटें करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, कुंदरकी व सीसामऊ सपा के पाले में थी। जबकि खैर, गाजियाबाद और फूलपुर भाजपा के पाले में थी। मझवां निषाद पार्टी व मीरापुर रालोद के पाले में थी।