समाजवादी पार्टी ने पीडीए के साथ ही अब ब्राह्मण समाज में भी पैठ बढ़ाने का अपना प्रयास तेज कर दिया है। इसी कड़ी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज गोरखपुर के चिल्लूपार में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा के स्थापना समारोह में शामिल होंगे।
प्रदेश में कुछ समय बाद होने वाले विधानसभा उपचुनाव में सपा ने इस रणनीति को लिटमस टेस्ट के तौर पर अपनाने का निर्णय लिया है। अगर यहां सफलता मिली तो 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस प्रयोग को बड़े पैमाने पर अमल में लाया जाएगा। यही वजह है कि अखिलेश यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पीडीए (पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक) नेता के बजाय माता प्रसाद पांडेय को बनाया। आने वाले समय में माता प्रसाद के कार्यक्रम सभी जिलों में ब्राह्मण समाज के बीच लगाने की भी योजना है।
अखिलेश ने एक्स के माध्यम से कहा कि 5 अगस्त को हरिशंकर तिवारी की जयंती पर चिल्लूपार गोरखपुर में उनकी प्रतिमा के स्थापना समारोह में शामिल होने का आमंत्रण मिला है। इसके लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व नियोजित कार्यक्रमों में व्यस्तता के बावजूद उनका इस कार्यक्रम में शामिल होने का पूरा प्रयास रहेगा। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए अग्रिम शुभकामनाएं।
पार्टी ने पांच अगस्त को ही सभी जिलों में छोटे लोहिया के नाम से मशहूर पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र की जयंती मनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में पार्टी ने सभी जिला व शहर इकाइयों को निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि जिला सपा कार्यालयों या किसी अन्य सभागारों में जयंती कार्यक्रम का आयोजन कर जनेश्वर मिश्र के व्यक्तित्व एवं विचारों पर चर्चा की जाए।