1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Kushinagar LS Election 2024: कुशीनगर से भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार से ‘यूपी की बात’ से खास बातचीत

Kushinagar LS Election 2024: कुशीनगर से भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार से ‘यूपी की बात’ से खास बातचीत

Kushinagar LS Election 2024: लोकसभा चुनाव का रण चरम पर है। राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। वहीं कुशीनगर सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने विजय कुमार दुबे पर फिर से भरोसा जताया है। जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन की तरफ से अजय प्रताप सिंह ऊर्फ पिंटू सैंथवार को मैदान में उतारा है। ऐसे में इस बार आम चुनाव में यहां से विजय कुमार दुबे की पिंटू सैंथवार से सीधी टक्कर नजर आ रही है।

By: Abhinav Tiwari  RNI News Network
Updated:
Kushinagar LS Election 2024: कुशीनगर से भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार से ‘यूपी की बात’ से खास बातचीत

Kushinagar LS Election 2024: लोकसभा चुनाव का रण चरम पर है। राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। वहीं कुशीनगर सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने विजय कुमार दुबे पर फिर से भरोसा जताया है। जबकि कांग्रेस-सपा गठबंधन की तरफ से अजय प्रताप सिंह ऊर्फ पिंटू सैंथवार को मैदान में उतारा है। ऐसे में इस बार आम चुनाव में यहां से विजय कुमार दुबे की पिंटू सैंथवार से सीधी टक्कर नजर आ रही है।

मुख्यमंत्री योगी के करीबी विजय कुमार

कुशीनगर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी विजय कुमार दुबे उत्तर प्रदेश में कद्दावर नेता होने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने भाजपा के टिकट पर कुशीनगर से 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की। जब 2007 में समाजवादी पार्टी की सरकार में योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार किया गया था तो विजय कुमार दुबे ने काफी विरोध प्रदर्शन किया था।

इसके बाद आसपास के क्षेत्रों में इनकी काफी लोकप्रियता बढ़ गई। 2009 में भाजपा ने उन्हें कुशीनगर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया लेकिन वो जीत नहीं पाए थे। अगर पिछले चुनाव की बात करें तो विजय कुमार दुबे ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराकर कुशीनगर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद बने।

मोदी लहर का असर

हालांकि इस बार के चुनाव में मोदी लहर का असर पूरी तरह से दिख रहा है, लेकिन गठबंधन के बाद विपक्ष भी मजबूत मोर्चे-बंदी में जुटा है। ऐसे में क्या कुशीनगर सीट पर लोकसभा चुनाव में नया गणित देखने को मिलेगा? ये बड़ा सवाल है जिसका जवाब 4 जून को मिलेगा।

वहीं अगर एक चुनाव को छोड़ दें तो 1991 के बाद एक तरह से कुशीनगर संसदीय सीट भाजपा की परंपरागत सीट के रूप में सामने आई है। इस बार के चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद यहां का राजनीतिक समीकरण बदल गया है। ऐसे में ये सियासी चर्चा चल रही है कि भाजपा के जीत की हैट्रिक की राह उतनी आसान नहीं होगी।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...