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UP News : महाकुम्भ को लेकर जल निगम और नगरीय विभाग की विशेष तैयारी

महाकुम्भ 2025 की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। जिसमें जल निगम और नगरीय विभाग पूरी ताकत से जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी के स्वच्छ और स्वस्थ महाकुम्भ के विजन को साकार करने के लिए जल निगम न केवल श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था कर रहा है, बल्कि मेला क्षेत्र में बनाए गए शौचालयों के स्लज का निस्तारण भी सुनिश्चित करेगा।

महाकुम्भ मेला क्षेत्र में करीब डेढ़ लाख शौचालय बनाए जा रहे हैं और जल निगम इन शौचालयों के स्लज को निस्तारित करने के लिए स्थाई और अस्थाई ट्रीटमेंट प्लांट्स का उपयोग करेगा। इसके अलावा, सेसफुल व्हीकल और पाइपलाइन के माध्यम से मेला क्षेत्र के स्लज का निस्तारण किया जाएगा।

जल निगम ने तीन अस्थाई एसटीपी और नैनी तथा झूंसी के स्थाई एसटीपी के साथ अरैल में स्थित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का भी निर्माण किया है।

जल निगम के अधिशासी अभियंता सौरभ कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र में स्लज को निस्तारित करने के लिए 9 सेसफुल व्हीकल और सीवेज पाइपलाइन का इस्तेमाल किया जाएगा।

इन व्हीकल्स में 4 हजार, 3 हजार और 1 हजार लीटर क्षमता के वाहनों का उपयोग किया जाएगा, जो नियमित रूप से स्लज का निस्तारण करेंगे। बाकी गंदे पानी को सीवेज पाइपलाइन के माध्यम से सीधे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा।

इसके अलावा, महाकुम्भ के आयोजन से शहर पर अतिरिक्त दबाव न पड़े, इसके लिए जल निगम ने अलोपी पम्पिंग स्टेशन की क्षमता को 45 केएलडी से बढ़ाकर 80 केएलडी कर दिया गया है।

10 दिसंबर से इस पम्पिंग स्टेशन की पूरी क्षमता से कार्य शुरू हो जाएगा। इसके दोनों पुराने और नए संकाय काम करना शुरू कर देंगे।

सीएम योगी 7 दिसंबर को अपने प्रयागराज दौरे पर अरैल स्थित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करेंगे। यह प्लांट जून महीने से नैनी, महेवा और आसपास के क्षेत्रों के घरेलू सेप्टिक टैंकों के स्लज का निस्तारण कर रहा है।

यहां से ट्रीटेड स्लज झूंसी के को-ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाता है, जहां से फाइनली 10 से 20 बीओडी का ट्रीटेड पानी छोड़ा जाता है।

महाकुम्भ 2025 के लिए जल निगम, नगरीय विभाग की यह पहल सुनिश्चित करेगी कि मेला क्षेत्र स्वच्छ और स्वस्थ रहे और श्रद्धालुओं को भी कोई कठिनाई न हो।

This Post is written by Abhijeet Kumar yadav

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